राजनांदगांव : 11 करोड़ से होगा रेलवे स्टेशन का रिनोवेशन, वेटिंग हॉल बनेगा
राजनांदगांव संस्कारधानी के रेलवे स्टेशन को जल्द ही नया और भव्य स्वरूप मिलेगा। रेल यात्रियों को यहां विभिन्न प्रकार की सुविधाएं मिलेगी। रेनोवेशन में 11 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसमें डोंगरगढ़ का स्टेशन भी शामिल है। स्टेशन पारा की दिशा में 60 प्रतिशत एवं शहर की तरफ 40 फीसदी रिनोवेशन का कार्य किया जाएगा। रेलवे स्टेशन में दो चरणों में निर्माण कार्य होंगे।
जिसका शुभारंभ भी हो चुका है। यहां नई चौड़ी सड़क, दो पहिया एवं चार पहिया वाहनों की पार्किंग की सुविधा होगी। विशाल वेटिंग हॉल बनेगा। वहीं अब स्टेशन पारा की दिशा में 24 घंटे रेलवे की टिकट मिलने की सुविधा भी रहेगी।
रेलवे स्टेशन में स्टेशन पारा की तरफ निर्माण कार्य जारी है। यह कार्य पूरा होने के बाद राजनांदगांव का रेलवे स्टेशन किसी एयरपोर्ट की तरह दिखने लगेगा। इसे एयरपोर्ट की डिजाइन में तैयार किया जा रहा है। नया निर्माण शुरू करने रेलवे ने यहां से कुछ पुराने रेलवे क्वार्टर को तोड़ दिया है। पुरानी सड़क और बाउंड्रीवाल के साथ एक गार्डन को तोड़ कर समतल किया गया है
प्लेट फार्म एक में पहुंचने के लिए सड़कें चौड़ी होगी। दो पहिया एवं चार पहिया वाहनों की पार्किंग करने का इंतजाम किया जाएगा। विशाल वेटिंग हाल बनेगा जहां बैठने कुर्सियां लगेंगी। प्रकाश एवं पेयजल का इंतजाम रहेगा। ट्रेनों की आवाजाही की जानकारी के लिए डिस्प्ले बोर्ड, एनाउंसमेंट काउंटर एवं पूछताछ काउंटर बनाया जाएगा। शयन कक्ष होगा, सुलभ शौचालय की सुविधा रहेगी। यात्रियों के मनोरंजन के लिए कुछ बुक स्टॉल एवं खान-पान की सुविधा के लिए कैंटीन की यहां शिफ्टिंग की जा सकती है। प्लेटफार्म से यात्री ट्रेनों में चढ़ उतर सकेंगे।
^स्थानीय स्टेशन का विस्तार एवं यात्री सुविधा बढ़ाने के उद्देश्य से रेलवे द्वारा निर्माण कराया जा रहा है। पहले चरण में स्टेशन पारा प्लेट फार्म एक और दूसरे चरण में शहर की तरफ प्लेट फार्म 4 में रिनोवेशन होगा। निर्माण के बाद राजनांदगांव रेलवे स्टेशन काफी सुंदर और आकर्षक दिखेगा। -आरके बर्मन, स्टेशन प्रबंधक, राजनांदगांव
रेलवे स्टेशन में एक और चौथी सीढ़ी बनाने और उसी सीढ़ी से सटकर प्रथम तल में एक कैफे बनाने की प्लानिंग भी शामिल है। यहां यात्री खान-पान की सुविधा के साथ अपनी ट्रेनों का इंतजार करेंगे। करीब तीन माह पहले यहां पहले फेस का काम शुरू हुआ था। पुरानी बाउंड्रीवाल, गार्डन एवं रेलवे क्वाटर्स को तोड़ने में समय लगा। कार्य एजेंसी गति शक्ति द्वारा यहां जेसीबी मशीनें, हाईवा एवं अन्य मशीनों से काम में तेजी लाई गई है। यहां दो फेस में कार्य होने के कारण एजेंसी के अधिकारी लागत की जानकारी नहीं दे पा रहे हैं। वहीं निर्माण में कुछ बदलाव की भी संभावना है।