कांकेर जिला (उत्तर बस्तर)छत्तीसगढ़

उत्तर बस्तर कांकेर – गौठान एवं गोबर खरीदी के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु दिया गया प्रशिक्षण

उत्तर बस्तर कांकेर – छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी गौठान एवं गोधन न्याय योजना के जिले में प्रभावी क्रियान्वयन के लिए जिला पंचायत सीईओ डॉ संजय कन्नौजे के द्वारा गत दिवस कांकेर व नरहरपुर विकासखण्ड़ के ग्राम गौठान समिति के अध्यक्ष, सचिव, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं नोडल अधिकारियों को विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया।जिला पंचायत के सीईओ डॉ संजय कन्नौजे ने गोधन न्याय योजना के तहत् गोबर खरीदी के सुचारू संचालन के लिए ग्राम गौठान समिति के सचिव को गोबर खरीदी के समय अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जो भी गोबर विक्रेता गोबर लेकर आयेगें, उसका गोबर क्रय पंजी व हितग्राही पंजी में अनिवार्य रूप से इंद्राज किया जावे, साथ ही नये गोबर विक्रेता गोबर बेचने आते हैं तो उस गोबर विक्रेता का निर्धारित प्रपत्र में जानकारी भरकर सहकारी बैंक में प्रतिदिन उनका पंजीयन कराने के लिए निर्देशित किया गया।

उन्होंने ग्राम गौठान समिति के अध्यक्ष व सचिवों से कहा कि गांव मे पंजीकृत सभी गोबर विक्रेताओं के सहकारी बैंक में खाता खोलवायें ताकि गोबर खरीदी पश्चात् गोबर विक्रेताओ के खाते में सीधे राशि आ सके, नवीन गोबर विक्रेताओ का पंजीयन फार्म भरवाना, उसका पंजीयन करवाना एवं सहकारी बैंक में खाता खोलवाना, प्रतिदिन खरीदे जा रहे गोबर को तिथिवार पृथक-पृथक ढेरी बनाकर रखना एवं खरीदी दिनांक का तख्ती लगाना, खरीदे गये गोबर को 20 दिन बाद वर्मी टांका में डालकर वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई।

प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि प्रत्येक गौठान पर जहां गोबर खरीदी किया जा रहा है वहां प्रारंभिक चरण में पांच-पांच वर्मी टांका स्वीकृत किया गया है, जिसे 15 दिवस के भीतर पूर्ण करने के निर्देश दिये गये। खरीदे गये गोबर से कम्पोस्ट खाद बनाने हेतु महिला स्व-सहायता समूह का चयन कर उन्हे पर्याप्त प्रशिक्षण देने, प्रत्येक गोठानो के लिए पशुओ के हिसाब से चरवाहो की नियुक्ति करने तथा गोठान के गोबर पर चरवाहों के अधिकारों के सम्बंध में भी बताया गया।जिला पंचायत के सीईओ डॉ संजय कन्नौजे ने सभी गौठान समिति के सचिव व नोडल अधिकारी को बताया कि प्रत्येक 15 दिवस में गोबर खरीदी का भुगतान किया जावेगा। पहले खरीदे गये गोबर का भुगतान किया जा चुका है, अब दूसरी बार 20 अगस्त को गोबर खरीदी की राशि का भुगतान किया जावेगा। उन्होंने बताया कि 07 अगस्त तक जिले में 2436 गोबर विक्रेताओं द्वारा 4534 क्विंटल 24 किलो गोबर का विक्रय गौठानों में किया गया है।

उल्लेखनीय है कि कांकेर जिले के 197 गौठानो में गोबर खरीदी का कार्य किया जा रहा है, उक्त गौठानों का क्षेत्रफल 786.29 एकड़ और इन गौठानों के चारागाह का क्षेत्रफल 956.17 एकड़ तथा पशुओं की संख्या 67528 है।जिला पंचायत के सीईओ डॉ संजय कन्नौजे ने सभी ग्राम गौठान समिति के अध्यक्ष व सचिव व नोडल अधिकारियों से कहा कि गौठानो को कार्य योजना बनाकर मल्टी एक्टिविटी सेन्टर के रूप में विकसित किया जावे तथा प्रत्येक 15 दिवस में ग्राम गौठान समिति की बैठक आयोजित किया जाय। उन्होंने गौठानो में स्वीकृत मुर्गी शेड को 15 दिवस के भीतर पूर्ण करने और सभी चारागाहो में नेपियर घास या मक्का लाने के भी निर्देश भी दिये ताकि पशुओ को चारा मिल सके। उक्त प्रशिक्षण में नरहरपुर व कांकेर ब्लॉक के समस्त ग्राम गौठान समिति के अध्यक्ष, सचिव, नोडल अधिकारी, उप संचालक कृषि एन. के. नागेश, उप संचालक पशुधन विकास विभाग और सहाकारी बैंक के प्रबंधक उपस्थित थे।

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