कवर्धा जिलाछत्तीसगढ़

कवर्धा – सहसपुर लोहार ब्लॉक के ग्राम बानो की बरसो पुरानी मांग हुई पूरी, सीधे तौर पर 40 से 50 घर बाढ़ के चपेट में आने से बचे

 मंत्री मोहम्मद अकबर की पहल ने ग्राम बानो निवासियों को बाढ़ से बचायाबाढ़ एवं गंदगी की समस्या से रोजगार गारंटी योजना से बने नाले ने दिलाई निजात

 कवर्धा- सहसपुर लोहारा ब्लॉक के ग्राम पंचायत बानों में बरसात के मौसम में नाले का पानी बाढ़ के रूप में तब्दील हो जाता था। इस कारण गांव के लगभग  घरों में नाले का गन्दा पानी घूस जाया करता था। इसके कारण ग्रामीणों को आर्थिक नुकसान होने के साथ-साथ गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ता था। वर्ष 2020 का वर्षा ऋतु लगते ही ग्रामीणों की चिन्ता फिर से बढ़ने लगी थी,की कहीं इनके घरों में नाली का पानी बाढ़ के रूप में फिर से न घूस आए, लेकिन कवर्धा विधायक एवं मंत्री मोहम्मद अकबर  के विशेष पहल से प्राकृतिक आपदा जैसे इस बाढ़ के पानी से बानो निवासियों को इस बार छूटकारा मिलता दिख रहा है, क्योंकि जिस नाले का पानी समस्या का जड़ था उसे महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना की सहायता से ग्रामीणों ने खत्म कर दिया। गांव के अन्दर किचड़, कचरे से भरा हुआ बजबजाता गन्दा नाला जिसमें वर्षा का पानी रूक कर गांव में बाढ़ का रूप ले लेता था उस नालें को अब पक्का बना दिया गया है।    

 बानो निवासियों ने बाढ़ की पूरानी समस्या लेकर कवर्धा विधायक व मंत्री मोहम्मद अकबर को अवगत कराया। मंत्री अकबर के आश्वासन के बाद जिला प्रशासन द्वारा रोजगार गारंटी योजना के मदद से 267 मीटर लम्बा यह पक्का नाला आंगनबाड़ी भवन से रामलाल के बाड़ी तक 12.22 लाख के लागत से वित्त वर्ष 2020-21 में स्वीकृत कर माह जून 2020 में कार्य प्रारंभ किया गया। इस कार्य में 2.14 लाख रूपए मजदूरी पर और 10.28 लाख रूपए सामग्री के लिए स्वीकृत हुआ। इस कार्य में 60 लोगो सहित 12 परिवारो को रोजगार का अवसर मिला। जिसके एवज में 1,22,360 रूपए का मजदूरी राशि का भुगतान किया गया। तीन सप्ताह चले इस कार्य में 644 मानव दिवस रोजगार का सृजन किया गया। इस कार्य से क्षेत्र के लगभग 250 की जनसंख्या को लाभ मिलने लगा है। कार्य तो प्रगति पर है लेकिन इसके सुखद परिणाम अभी से दिखने लगे है। इसी तरह पक्की नाली से बहने वाले पानी को गांव के सीमा से बाहर छोड़ने के लिए कच्चा नाला गहरीकरण एवं सफाई कार्य रामलाल के बाड़ी से मेहत लाल के खेत तक का कार्य वित्तीय वर्ष 2020-21 में स्वीकृत कर कार्य प्रारंभ कराया गया। रोजगार गारंटी योजना के इस कार्य में औसतन 280 पंजीकृत श्रमिकों को रोजगार का अवसर मिला। 42 परिवारों को मिले रोजगार में 4 सप्ताह तक काम चला जिसमें 5771 मानव दिवस रोजगार का सृजन करते हुए 10,38,840 रूपए का मजदूरी भुगतान किया गया। 1180 मीटर लम्बे बने इस नाले से लगभग 250 की जनसंख्या को सीधे लाभ होने लगा है।  

 ग्राम पंचायत बानों की सरपंच श्रीमती भगवंतीन पटेल रोजगार गारंटी योजना से बने इस नाले के बारे में बताती है कि यह पहला वर्ष है जब नाले का पानी गांव के अंदर न बहकर गांव के बारह निकल रहा है। इस बरसात में नाले के गंदगी से ग्रामीणों को छुटकारा मिला है। रोजगार गारंटी योजना से पक्का नाला निर्माण कर गांव के अंदर रूक जाने वाला पानी अब सीधे गांव के बाहर निकल रहा है। श्रीमती भगवंतीन पटेल ने बताया कि मंत्री मोहम्मद अकबर जी को नाले के अलग-बगल बसे लगभग 40 से 50 घर इस के पानी से बहुत ही बूरी तरह प्रभावित होने के साथ पानी घरों मे घूस जाने की समस्या से अवगत कराया गया था। जिसके कारण ग्रामीणों को आर्थिक नुकसान होने के साथ-साथ स्वास्थ्यगत परेशानियां भी होते रही है। मंत्री जी के विशेष प्रयास से ग्रामीणों की समस्या का स्थायी समाधान हुआ है।पुरानी समस्या का स्थायी समाधान हुआ है-सीईओ जिला पंचायत    जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विजय दयाराम के. ने बताया कि ग्राम बानो में पानी भरने कि समस्या का समाधान रोजगार गारंटी योजना से निकाला गया। ग्रामीण हमेशा से गांव में पानी भरने कि समस्या के निराकरण के लिए पूलिया बनाने की मांग था। गांव में बरसात का पानी नाले से भरने के मुख्य कारण खार से बहता पानी, बाबा घोरी पहाड़ से बरसात का पानी सीधे गांव में बहकर आना एवं सूखे नाले का अतरिक्त पानी आना था। पानी को गांव के बाहर सुगमता पूवर्क निकालने का रास्ता नाली के रूप में खोजा गया। मनरेगा योजना से पक्की नाली गांव के अंदर बनाते हुए कच्ची नाली का भी निर्माण गांव के बाहर कर दिया गया। जिसका परिणाम है कि बानों में बरसात का पानी इस वर्ष रूक कर नहीं भर रहा है। ग्रामीणों को रोजगार गारंटी योजना के कार्य से रोजगार का अवसर तो मिला ही है और साथ मे बरसो पुरानी समस्या का स्थायी समाधान हुआ है।

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