लॉकडाउन में फिटनेस: कितनी सेफ है मास्क पहनकर रनिंग और साइक्लिंग?
नई दिल्ली। कोरोना और लॉकडाउन के दौर में फिट रहने के लिए रनिंग और साइक्लिंग कई लोगों की पसंद बनकर सामने आए. इसकी बड़ी वजह जिम और फिटनेस सेंटर का बंद होना भी रहा. हालांकि, इस दौरान कोरोना वायरस की वजह से लोग सामान्य तरीके से रनिंग या साइक्लिंग नहीं कर पाए. पहले लोग प्रदूषण की वजह से मेट्रो सिटीज में मास्क पहने हुए दिखते थे लेकिन अब कोरोना के चलते कई लोग मास्क पहनकर रनिंग करते देखे जा सकते हैं. इसके साथ ही रनर्स के बीच यह भी बहस का मुद्दा बना रहा कि क्या मास्क पहनकर दौडऩा सही है?
रनिंग उन एक्सरसाइज में शुमार है जिनमें आपके शरीर को लगातार ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है. ज्यादा देर तक या तेज दौडऩे पर ऑक्सीजन की जरूरत भी बढ़ती जाती है. मास्क पहनकर रनिंग करने से शरीर में पहुंचने वाली ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है. ऐसे में एन -95 जैसे Valved Mask पहनकर दौडऩे से कम समय में ही आपको थकान महसूस होने लगती है. हालांकि, डॉक्टर्स और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि अगर सावधानी दिखाई जाए तो कोरोना से बचने के लिए सामान्य मास्क पहनना काफी है.
डब्ल्यू एच ओ ने दी है मास्क पहनने की सलाह
कोरोना वायरस से बचने के लिए डब्ल्यू एच ओ ने सबसे कुछ चीजों को कारगर बताया है. इनमें हाथों की लगातार सफाई, लोगों से आवश्यक दूरी बनाकर रखने के साथ ही मास्क पहनना भी जरूरी बताया गया. बीच-बीच में कोरोना को लेकर ऐसी रिपोट्र्स भी आईं कि यह वायरस हवा में भी कुछ देर तक रह सकता है. इसलिए मास्क पहनने को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.