राजनांदगांव: चाइनीस लाइटों से सजा बाजार, संगठनो ने किया विरोध
राजनांदगांव . नवरात्रि, दशहरा और दिवाली पर्व के लिए आकर्षक लाईटों का बाजार सजा हुआ है। शहर में इन दिनों आकर्षक लाईटों की झालर दिखाई दे रही है। लेकिन इन लाइटों के चाइनीस होने के चलते विरोध भी दिखाई दे रहा है।
नवरात्रि पर्व, दशहरा और दिवाली में अपने घर की आकर्षक साज-सज्जा हर कोई करना चाहता है, जिसके लिए बाजार में रंग बिरंगी झालर लाइट आकर्षण का केंद्र बनी हुई है, लेकिन इन चाईना लाइटों का विरोध भी दूसरी ओर दिखाई देता है, क्योंकि बाजार में अभी अधिकांश लाइटें चाइना निर्मित ही दिखाई दे रही है। जिसको लेकर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के द्वारा विरोध किया गया है। विश्व हिंदू परिषद के विभाग मंत्री नंदू राम साहू व विश्व हिंदू परिषद के नगर अध्यक्ष अनूप श्रीवास ने कहा है कि विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल के द्वारा पहले ही व्यापारियों को चाइनीज लाइट नहीं बेचने का आगराह किया गया था, इसके बावजूद अगर बाजार में चाइनीज लाइटें हैं, तो विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के द्वारा विरोध किया जाएगा। विश्व हिंदू परिषद के नेताओं ने कहा है कि भारत और चीन के बीच जो हालात निर्मित हुए हैं उसे देखते हुए चाइना सामानों का पूर्णता बहिष्कार किया जाना चाहिए और व्यापारी अगर पुराना माल बेच रहे तो उन्हें यह माल नहीं बेचकर नुकसान सहना चाहिए, फिर भी कोई व्यापारी अगर यह लाइटें बेचेगा तो उसका बहिष्कार किया जाएगा।
बाजार में बिक रहे चाइनीज झालरों को लेकर इलेक्ट्रॉनिक दुकानों के संचालकों ने कहा है कि शासन ने चाइना माल के विक्रय पर प्रतिबंध नहीं लगाया है, लेकिन करों में बढ़ोतरी होने से चाइना लाइटों के दामों में वृद्धि हुई है। व्यापारियों ने कहा कि बीते वर्ष मंगाए गए लाइटों को ही बेचा जा रहा है।
व्यापारियों ने बीते वर्ष बड़ी तादाद में चाइना लाइटों की खरीदी की थी, ऐसे में पूरा माल नहीं बिकने की स्थिति में व्यापारियों को बची हुई चाइना लाइटें बेचनी पड़ रही है, अब अगर व्यापारी चाइना लाइट नहीं बेचेंगे तो सीधे व्यापारियों को ही नुकसान होगा, ऐसे में कोरोना काल के बीच व्यापारी पहले ही परेशान है, ऊपर से चाइना लाइटों के विरोध किए जाने से उन्हें दोहरी मार झेलनी पड़ सकती है।