छत्तीसगढ़

अम्बिकापुर : मनरेगा से मिला मेहनतकश हाथों को रोजगार : कार्यस्थल पर फिजिकल डिस्टेंस का हो रहा अनुपालन : 234 ग्राम पंचायतों के 7728 मजदूरों को मिला रोजगार

कोविड-19 के संक्रमण के प्रसार के रोकथाम के लिए लगाए गए लाॅकडाउन के कारण ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु शासन के निर्देशानुसार जिले के ग्राम पंचायतों में बड़े पैमाने पर मनरेगा कार्य प्रारंभ किया गया है। शासन द्वारा जारी गाईडलाइन के अनुसार 1 अप्रैल 2020 से मनरेगा का मजदूरी दर में वृद्धि कर 190 रूपए प्रतिदिन कर दिया गया है। मजदूरी दर में वृद्धि होने से मजदूरों में उत्साह का संचार व्याप्त है। मनरेगा के कार्य के लिए मजदूरों को शासन द्वारा जारी निर्देशों के तहत रोजगार सहायक एवं सचिव द्वारा जागरूक किया जा रहा है। कार्यस्थल पर श्रमिक नियमित रूप से फिजिकल डिस्टेंस को ध्यान मे रखकर 2 मीटर की दूरी बनाते हुए विभिन्न हितग्राहीमूलक कार्य कर रहे हैं। मजदूर संक्रमण से बचाव के तौर पर फेस मास्क के साथ ही कोई गमछा तो कोई रूमाल से नाक और मुंह बांधकर कार्य कर रहे हैं। फिजिकल डिस्टेंस एवं अन्य सावधानियों की निगरानी हेतु मनरेगा अधिकारियों के द्वारा की जा रही है। प्रत्येक साइट पर हाथ धोने के लिए हैंडवॉश, साबुन एवं पानी की व्यवस्था किया गया है।
जिला पंचायत कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार सरगुजा जिले के 234 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत 1 हजार 559 कार्य प्रारंभ किया गया है जिसमें भूमि समतलीकरण, डबरी निर्माण, नवीन तालाब निर्माण, तालाब गहरीकरण, कूप निर्माण, सीपीटी निर्माण इत्यादि शामिल हैं। मनरेगा के इन कार्यों के लिए अब तक 7 हजार 728 मजदूरों को रोजगार मिला है। इससे इन मजदूरों के सामने रोजी-रोटी की चिंता दूर हुई है। 

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