वन विभाग की टीम ग्रामीण अंचल में कर रही ताबड़तोड़ कार्रवाई, पेड़ काटकर पटरा व बल्ली बनाकर रख रहे ग्रामीण
वाड्रफनगर. लॉकडाउन में भी सरगुजा संभाग के जंगल से तस्करों द्वारा पेड़ों की कटाई की जा रही है। इस काम में तस्करों का साथ ग्रामीण बखूबी दे रहे हैं। कई मौकों पर वे वन विभाग या पुलिस के हत्थे चढ़ जाते हैं, लेकिन इन दिनों वन विभाग द्वारा गांवों में छापामार कार्रवाई की जा रही है।
इसी कड़ी में वाड्रफनगर रेंजर के नेतृत्व में वन विभाग की टीम ने एक गांव में छापा मारा। यहां स्थित 3 ग्रामीणों के घरों से काफी संख्या में अवैध इमारती लकड़ी जब्त की गई। सभी के खिलाफ वन अधिनियम की धाराओं के तहत कार्रवाई की गई।
बलरामपुर डीएफओ के निर्देशन व संयुक्त वन मंडलाधिकारी के मार्गदर्शन में वन अमले को तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। निर्देश के बाद वन अमला सक्रिय नजर आ रहा है। पिछले कुछ दिनों में ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई में तेजी आई है।इसी कड़ी में रविवार की सुबह वाड्रफनगर वन परिक्षेत्र के ग्राम ककनेशा में वन अमले ने रेंजर अशोक तिवारी के नेतृत्व में दबिश दी। इस दौरान शिवप्रसाद गोंड़ पिता शंखलाल, सूरजदेव गोंड पिता श्रीराम तथा रामप्रसाद पिता रुदल गोंड़ के घर में काफी संख्या में छिपाकर रखी गई अवैध इमारती लकड़ी देख से हैरान रह गए।तीनों के घर से टीम ने 66 नग साल का पटरा तथा 113 नग बल्ली जब्त की। वन विभाग द्वारा तीनों ग्रामीणों के खिलाफ वन अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की गई। रेंजर ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा पटरे व बल्लियां घरेलू कार्य में उपयोग लाने हेतु रखी गई थीं। वन विभाग की इस कार्रवाई से ग्रामीणों में दहशत है।
कार्रवाई में ये रहे शामिल
कार्रवाई में डिप्टी रेंजर महेंद्र सिंह, कृष्णा सिंह, सुखराम सिंह व कपिलदेव राम, वनपाल हरिशंकर सिंह, विजय कुमार सिंह व रामवृक्ष राम के अलावा वनरक्षक दयाशंकर सिंह, रूप प्रसाद, मनदेव प्रसाद गुप्ता, मनेजर यादव, राजाराम, पवन प्रताप सिंह, बसंतलाल नेताम, मथुरा प्रसाद दुबे, मोनिका तिग्गा, मनेश्वरी किंडो व जोसफिन केरकेट्टा समेत अन्य शामिल थे।