जल प्रबंधन को लेकर किया जागरूक
खैरागढ़. जनपद पंचायत सभाकक्ष मे जल जीवन मिशन अंतर्गत तकनीकी प्रशिक्षण और कार्यशाला का आयोजन हुआ। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के एसडीओ केएन जगलोनिया ने कार्यशाला मे उपस्थित ग्राम पंचायतो के सरपंच-सचिवों को बताया गया कि जल जीवन मिशन योजना अंतर्गत हर गांव के प्रत्येक परिवार को मानक गुणवत्ता का शुद्धजल 55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन निरंतर दिया जाना है। इसलिए इस मिशन मे पंचायतों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। जल जीवन मिशन के उद्देश्यों की पूर्ति मे यह आवश्यक है कि हम सबको मिलकर जल का उचित प्रबंधन करना होगा, विभिन्ना पहलुओं पर विचारों का आदान-प्रदान करना होगा। ताकि पेयजल को लेकर ग्राम स्तर की समस्या का स्थाई निराकरण हो सके।0 दायित्वों से कराया अवगतकार्यशाला में जल जीवन मिशन को गति प्रदान करने, जल का महत्व, अपव्यय, प्रबंधन, हर घर में नल कनेक्शन योजना को शुद्धीकरण के लिए हितग्राही का अंशदान और उसकी भूमिका, ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति सहित ग्राम निगरानी समिति के कार्य व अधिकार विषय पर विस्तार से चर्चा की गई। वही सरपंच व सचिव के दायित्वों पर भी प्रकाश डाला गया। अभिशरण के तहत घरेलू व्यर्थ जल का प्रबंधन, नाली निर्माण, सोख्ता गढ्डा, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, वाटर शेड प्रबंधन, कृत्रिम पुनर्भरण, निर्माण, बडे? जल भंडारों का जीर्णोद्धार, पर्यावरण, मानव संसाधनों के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण और स्कूल, आंगनबाड़ी तथा गांव में निर्मित शासकीय भवनो मे शुद्ध पेयजल आपूर्ति के संबंध मे विस्तार से जानकारी दी गई। साथ ही कार्यशाला मे पानी की गुणवत्ता के संबंध मे जानकारी देते हुए गुणवत्ता की जांच फील्ड टेस्ट किट के माध्यम से करके दिखाया गया। इस दौरान पीएचई के उपअभियंता दिनेश ध्रुर्वे, अभिनेश कुमार झा, विकास शोरी, केमिस्ट .निधि सहित सरंपच सचिव उपस्थित थे।