छत्तीसगढ़राजनांदगांव जिलाराज्‍य

छल्ली लगे बारदानों का होगा भौतिक सत्यापन

राजनांदगांव. समर्थन मूल्य पर धान खरीदी खत्म हो चुकी है। अब प्रशासन के लिए चुनौती खरीदे गए धान के परिवहन की है। इस वर्ष कुल 76 लाख क्विंटल धान की खरीदी की गई है। 1.86 लाख किसानों ने धान बेचा है। लेकिन परिवहन की गति धीमी है। केंद्रों में अभी भी करीब 40 लाख क्विंटल धान रखा है। प्रशासन ने इसका भौतिक सत्यापन कराने जा रहा है, ताकि बाद में किसी तरह की गड़बड़ी की शिकायत न आने पाए। इसके लिए कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में धान खरीदी के कार्य के बाद सभी एसडीएम को स्टेकिंग किए हुए बारदानों के भौतिक सत्यापन एवं धान के उठाव के कार्य में गति लाने के लिए कहा। वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए सभी एसडीएम व विकासखंड स्तरीय अधिकारी बैठक में जुड़े रहे।

कलेक्टर ने कोरोना वैक्सीनेशन के संबंध में समीक्षा करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के बाद राजस्व, पुलिस एवं नगरीय निकाय के सभी अग्रिम पंक्ति के कोरोना योद्धाओं को टीका लगाया जा रहा है, इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कर लें। टीकाकरण केंद्र में एक दिन में 100 लोगों का टीका लगना है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के बाद भी प्रोटोकाल का पालन करना आवश्यक है। कोरोना संक्रमण की रफ्तार जिले में कम हुई है, लेकिन इसके बावजूद सुरक्षा संबंधी नियमों का पालन जरूरी है। कोविड-19 के सैंपल की संख्या में गति लाने की जरूरत है। विशेषकर गर्भवती महिलाओं का परीक्षण प्राथमिकता से करें। इसके लिए स्वास्थ्य एवं महिला एवं बाल विकास विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन सुरक्षित है। सभी बिना किसी भय के वैक्सीन लगवाएं। उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में वैक्सीनेशन के दौरान डाक्टर की विशेष ड्यूटी लगाने को कहा। कलेक्टर ने 27 एवं 28 फरवरी को लालबहादुर नगर में आयोजित होने वाली लोक मड़ई एवं कृषि मेला के आयोजन के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

जल संरक्षण पर जोर

बैठक में जल संरक्षण के लिए अच्छा कार्य करने पर जोर दिया गया। बताया गया कि जिले में बड़ी संख्या में नदी-नाले हैं और सिंचाई के साधन पर्याप्त हैं, लेकिन कई क्षेत्र ऐसे भी हैं जहां जल स्तर ठीक नहीं है। हमारे प्रदेश में औसत वर्षा होती है, जो पर्याप्त है। योजनाबद्ध तरीके से इस दिशा में कार्य करते हुए जल संरक्षण तथा जल स्तर को बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने इसके लिए कार्य योजना बनाने के निर्देश जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को दिए। मई में बेसलाइन सर्वे भी करने को कहा गया, ताकि कुआं एवं ट्यूबवेल में जल के स्तर का पता चल सके। उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत किए जाने वाले कार्यों में श्रमिकों की संख्या बढ़ाएं तथा कार्य करने वाले श्रमिकों के परिवार को अधिक से अधिक रोजगार दिलाने के लिए मेहनत से कार्य करें।

अन्य क्षेत्रों में काम की उपलब्धि

कलेक्टर ने कहा कि सभी जनपद सीईओ गोठानों में जल की उपलब्धता सुनिश्चित करने कहा। गोधन न्याय योजना शासन की महत्वपूर्ण योजना है और इसके माध्यम से जनसामान्य लाभान्वित हो रहे हैं। अपनी मूलभूत आवश्यकताओं की आपूर्ति करने के साथ ही अन्य कई कार्य भी कर रहे हैं जो एक उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि गोबर का रखरखाव ठीक तरह से होना चाहिए और वर्मी कम्पोस्ट के निर्माण के कार्य में गति लाएं। शासन की फ्लैगशिप योजनाओं क्रियान्वयन के संबंध में डैशबोर्ड पर नियमित रूप से डाटा एंट्री कराएं। शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में आनलाइन एंट्री में देर नहीं होनी चाहिए। शासन की दर्पण पोर्टल पर नियमित रूप से डाटा प्रवृष्टि कराएं।

दिव्यांगों के लिए लगाएं शिविर

बैठक में नगर निगम आयुक्त चंद्रकांत कौशिक ने 13 एवं 14 फरवरी को आयोजित पुष्प महोत्सव के तैयारी के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कृषि, उद्यानिकी, स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य विभागों को वहां स्टाल लगाने के लिए कहा। कलेक्टर ने दिव्यांगजनों के लिए शिविर आयोजन करने के लिए समाज कल्याण विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया। जिला शिक्षा अधिकारी एचआर सोम ने बताया कि स्कूल की फीस के निर्धारण के लिए टीम का गठन किया गया है। कलेक्टर ने टीम के सदस्यों के नाम सूचना पटल पर चस्पा करने के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अजीत वसंत, वनमंडलाधिकारी बीपी सिंह, वनमंडलाधिकारी खैरागढ़ संजय यादव, अपर कलेक्टर सीएल मारकंडेय, एसडीएम मुकेश रावटे सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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