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अगले 24 घंटों में 10 से अधिक राज्‍यों में बारिश का अलर्ट, यहां देखें पूरी सूची

 मौसम विभाग के मुताबिक वेस्टर्न डिस्टर्बेन्स (पश्चिमी विक्षोभ) से एक बार फिर भारत के मौसम पर व्यापक असर होगा। भारत के उत्तरी हिस्‍से में बार-बार बन रहे वेस्टर्न डिस्टर्बेन्स के कारण देश के अन्‍य हिस्‍सों के मौसम में भी इसका प्रभाव देखने को मिल रहा है। उत्तर से लेकर दक्षिण और मध्य भारत के कई हिस्सों में बारिश का पूर्वानुमान है। उत्तराखंड में भी बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान है। इसी कारण ऊंचाई वाले क्षेत्रों में प्रशासन भी सतर्कता बरत रहा है। वहीं हिमाचल प्रदेश से लेकर जम्मू-कश्मीर और लेह-लद्दाख तक बर्फबारी और हल्की या मध्यम बारिश की चेतावनी जारी की गई है। हिमालयी क्षेत्रों में रुक-रुक कर बर्फबारी हो रही है।

इन इलाकों में है, बारिश का पूर्वानुमान सम विभाग ने उत्तराखंड, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ पंद्रह फरवरी के बाद मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, महाराष्ट्र, तेंलगाना और तमिलनाडु में बेमौसम बारिश होने की संभावना जताई है। इन सभी राज्यों में बीस फरवरी तक गरज के साथ बारिश होने के आसार हैं। इसके सिवाय 17-18 फरवरी को विदर्भ और छत्तीसगढ़ में ओलावृष्टि हो सकती है।
उत्तराखंड में अगले तीन दिनों तक हो सकती है बारिश और बर्फबारी
उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में कोहरे ने आवाजाही की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है। आज कुछ हिस्सों में हल्की धूप खिली थी, लेकिन शाम होते ही फिर से बादल छा गए। वहीं दोपहर बाद अचानक मौसम बदला और पहाड़ी इलाकों में बारिश होने लगी। उत्तरकाशी और चमोली जिले में भी हल्की बारिश हुई। बद्रीनाथ, गोरसों, हेमकुंड सहित ऊंची पहाड़ियों वाले क्षेत्रों में बर्फबारी भी हुई। यहां मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक हल्की बारिश और बर्फबारी का अनुमान जताया है।
महाराष्‍ट्र में तीन-चार दिनों तक बारिश की संभावना, पंद्रह जिलों में ‘येलो अलर्ट’ जारीमौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि 16 से 18 फरवरी तक महाराष्‍ट्र के विभिन्न हिस्‍सों में बारिश हो सकती है। पंद्रह जिलें ऐसे हैं जहां एहतियातन येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार 16 फरवरी से विदर्भ, मध्‍य महाराष्‍ट्र और मराठवाड़ा के कई हिस्‍सों में बारिश हो सकती है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपने अनाज को बारिश से बचाने के लिए सुरक्षित स्थान पर रखवा दें। प्रदेश के अधिकांश हिस्‍सों में तूफान के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी आशंका है।

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