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बर्ड फ्लू: मुर्गे-मुर्गियों को मार दफनाने की तैयारी, बिलासपुर से जाएगी पशु विभाग की टीम

बिलासपुर : बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद शासकीय कुक्कुट फार्म सकालो को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। यहां मुर्गे-मुर्गियों को मारकर दफनाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।एक किलोमीटर के दायरे को संक्रमित क्षेत्र घोषित किया गया है। उस क्षेत्र के सभी मुर्गे-मुर्गियों को भी मारकर दफन किया जाएगा। एक किलोमीटर से दस किलोमीटर रेडियस क्षेत्र को सर्विलांस ज़ोन घोषित किया गया है। यहां रेंडम सैम्पल लेकर जांच के लिए भेजा जाएगा। बिलासपुर से भी पशु चिकित्सा विभाग की टीम अंबिकापुर के लिए रवाना हो गई है।

बर्ड फ्लू को लेकर कुक्कुट पालन केंद्र में तैनात चिकित्सक-कर्मचारियों की भी बड़ी लापरवाही सामने आ रही है।बस्ती के मुर्गे-मुर्गियों की आवाजाही भी केंद्र में होती थी। पिछले साल रानीखेत बीमारी से हुए नुकसान से यह केंद्र अभी उबर भी नहीं पाया था कि बर्ड फ्लू ने यहां दस्तक दे दी है। जिस क्षेत्र में शासकीय कुक्कुट फार्म संचालित है उसके दस किलोमीटर दायरे में निजी क्षेत्र के भी पोल्ट्री फार्म संचालित है। ऐसे में व्यवसाय पर भी सीधा असर पड़ने की पूरी संभावना है।सरगुजा कलेक्टर संजीव झा ने आदेश जारी कर कहा कि संक्रमण पाये गए क्षेत्र के एक किमी को संक्रमित क्षेत्र एवं 10 किमी के क्षेत्र को सर्विलेंस जोन घोषित किया गया है। एसओपी के अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित करने कहा गया है।संक्रमित क्षेत्र में कुक्कुट पक्षियों को मारकर दफनाने की कार्यवाही राजस्व विभाग,पुलिस एवं नगरीय प्रशासन विभाग व पंचायत विभाग के प्रतिनिधियों के समक्ष शासन की गाइडलाइन के अनुसार पूरी की जाएगी। मारे गए पक्षियों एवं फार्म के अपशिष्टों का जैव सुरक्षा नियमों के अनुसार प्रबंधन किया जाएगा। पोल्ट्री फार्म में कार्यरत कर्मचारियों को दस दिन के लिए क्वारंटाईन किया जाएगा तथा स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित कर लक्षण युक्त कर्मचारियों का एसओपी के अनुसार सैंपल लेकर टेस्टिंग के लिए भेजा जाएगा। एंटी वायरल प्रोफाइलेक्सिस दिया जाए साथ ही लक्षण एवं संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक प्रचार-प्रसार कर लोगों को जागरूक किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।जिले से बाहर एवं जिले के भीतर कुक्कुट एवं अण्डे का किसी प्रकार का भी परिवहन पूर्णतः प्रतिबंधित किया गया है। इसके साथ ही जिले में संबंधित समस्त विक्रय केन्द्र की निगरानी के लिए राजस्व विभाग, पुलिस विभाग एवं स्थानीय निकाय व पंचायत विभाग आपसी समन्वय से सतत निगरानी के लिए पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाए। उप संचालक पशुधन विकास विभाग सरगुजा को आदेशित किया गया है कि दैनिक कार्रवाई की रिपोर्ट तैयार कर प्रतिदिन भेजा जाए।

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