राजनांदगांव जिला

‘चकमक अभियान’ एवं ‘सजग कार्यक्रम’ बच्चों के मन में ला रहे आनंद एवं उल्लास

बच्चों को मिले पोषण एवं दिल-दिमाग का हो विकास सीखने की प्रक्रिया रहेगी सतत जारी

राजनांदगांव 25 अप्रैल 2020। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा है कि कोविड-19 के कारण लॉकडाउन की परिस्थितियों में नन्हें बच्चों के बौद्धिक विकास एवं  सीखने की प्रक्रिया बाधित न हो और नौनिहालों के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुए उनके भविष्य की गढऩे की प्रक्रिया सतत जारी रहे। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज रायपुर में आंगनबाड़ी के बच्चों के समग्र विकास के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा यूनिसेफ की सहयोग से तैयार किए गए ‘चकमक अभियान’ और ‘सजग कार्यक्रम’ का शुभारंभ किया। राजनांदगांव जिले में लॉकडाउन के दौरान नन्हें बच्चों को इस अभियान के तहत अभिभावक एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मोबाईल से रूचिकर वीडियो दिखा रहे हैं और आनंद एवं उल्लास से भरे बच्चे सीख रहे हैं। कोविड-19 से बचाव के लिए सुरक्षात्मक नियमों एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सजगता एवं सतर्कता के साथ यह कार्य कर रहे हैं।
बच्चों के लिए सचेत रहना जरूरी है, ताकि उन्हें पोषण मिले एवं दिल-दिमाग का सही विकास हो सके। घर एवं आंगन में उन्हें अपनत्व एवं सुरक्षा की भावना का एहसास हो और उनमें रचनात्मकता का विकास हो। उनके लिए विभिन्न प्रकार की छत्तीसगढ़ी कविताएं एवं गीत घोड़ा नाचे हाथी नाचे, मोटर गाड़ी आवत हे, बिल्ला और बूढ़ी नानी, हाथी ददा कहा ले आथस एनिमेशन में बनाई गई हैं।

बचपन के जीवन की सुखद यादें बच्चों के साथ साझा करें माता-पिता
वहीं अभिभावकों से भी यह आग्रह किया गया है कि वे अपने बचपन के जीवन की सुखद यादें बच्चों के साथ साझा करें, जो जीवन में मुस्कान लाती है।ं चाहे वह नानी के हाथ के बने खीर का स्वाद, गांव के मेले में उडऩखटोले की सवारी, तेज बारिश में भीगने का मजा, ये सब बातें उन्हें बताए। बच्चों के मन में शब्दों के चित्र बना दें और उन पर प्यार, दुलार उड़ेल दें। माता-पिता को यह बताना जरूरी है कि बच्चों को विभिन्न गतिविधियों में घर पर ही सक्रिय रखें। कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती रेणु प्रकाश ने बताया कि हर सप्ताह वीडियो महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कार्यक्रम अधिकारी को दी जाएगी, जिसे वे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं तक पहुंचायेंगी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं इन वीडियो को पोषणाहार के वितरण के दौरान अभिभावकों तक पहुंचाएंगी। सजग कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं के मोबाईल पर ऑडियो मैसेज में बच्चों के सही परवरिश के सुझाव कहानी एवं गीत भेजे जा रहे हैं।

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