शराब की होम डिलीवरी नहीं, ग्राहकों को बुला रहे दुकान
राजनांदगांव। जिले में शराब की होम डिलीवरी के लिए ऑनलाइन आर्डर करने वाले शौकीन लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मंगलवार को भी जिले में करीब 13 सौ लोगों ने शराब के लिए ऑनलाइन आर्डर किया। लेकिन डिलीवरी 150 से ज्यादा लोगों को नहीं हो पाई।
बड़ी बात तो यह है कि होम डिलीवरी के नाम पर सरकार 118 रुपये का शुल्क ले रही है, लेकिन दुकानों के कर्मचारी होम डिलीवरी करने में मनमानी कर रहे हैं। कई जगहों पर डिलीवरी ब्वॉय ग्राहकों को ही दुकान बुला रहे हैं। होम डिलीवरी के लिए राशि नहीं मिलने का बहाना कर कर्मचारी दुकानों के सामने ग्राहकों की भीड़ लगा रहे हैं।
शहर से लगे ग्राम सोमनी के सांकरा रोड स्थित विदेशी और हाइवे स्थित देशी शराब दुकानों के कर्मचारियों की मनमानी मंगलवार को सामने आयी, जब कर्मचारियों ने आर्डर की डिलीवरी करने पर ग्राहकों को ही दुकान तक बुलाया। लाकडाउन की वजह से महीने बाद ऑनलाइन के जरिये खुली शराब दुकान के कारण शौकीन लोग डिलीवरी शुल्क देने के बाद भी दुकान तक पहुंच रहे हैं।
ऐसे लोगों में कर्मचारियों की मनमानी को लेकर रोष भी दिखा। सोमनी के हाइवे स्थित देशी शराब दुकान पहुंचे ग्राम बिरेझर के युवक ने कहा कि होम डिलीवरी के लिए शुल्क लेने के बाद भी गांव तक शराब नहीं पहुंचाना कर्मचारियों की मनमानी है।
विभाग के टोल फ्री नंबर में इसकी शिकायत की गई है। वहीं सांकरा रोड स्थित विदेशी शराब दुकान के कर्मचारियों ने भी ग्राहकों को दुकान तक बुलाकर डिलीवरी की। कर्मचारियों ने बताया कि होम डिलीवरी के लिए उन्हें पेट्रोल खर्च नहीं दिया जा रहा है। इसके कारण ही ग्राहकों को दुकान बुला रहे हैं।
खबर है कि सोमनी ही नहीं टेड़ेसरा स्थित शराब दुकान और जिले के कई दुकानों के कर्मचारी पेट्रोल खर्च बचाने ग्राहकों को ही दुकान तक बुलाकर मनमानी कर रहे हैं।
इस संबंध में सहायक आबकारी आयुक्त नवीन प्रताप सिंह तोमर ने कहा कि होम डिलीवरी सभी जगह की जा रही है। सोमनी और टेड़ेसरा की दुकानों से भी होम डिलीवरी की जानकारी है। अगर ऐसी कोई शिकायत है तो जांच कर कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि पहले दिन राशि जमा होने के बाद भी जिन लोगों तक डिलीवरी नहीं हुई थी, उनके आर्डर को मंगलवार को पूरा किया गया।