18+ वाले भटक रहे, 45+ के लिए 50 हजार डोज का स्टाॅक पर गिनती के लोग पहुंच रहे
जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम हुई है। पॉजिटिव दर शून्य प्रतिशत तक पहुंच गया है। इससे राहत मिली है पर चिंता की बात यह है कि वैक्सीनेशन को लेकर जिला पिछड़ रहा है। 18 प्लस वाले वैक्सीन की कमी के चलते डोज नहीं लगवा पा रहे हैं तो वहीं विडंबना यह है कि 45 प्लस के लिए 50 हजार डोज पड़ी है पर ये वैक्सीनेशन कराने सामने नहीं आ रहे हैं। दिनभर में फर्स्ट और सेकंड डोज मिलाकर आंकड़ा 500 से 600 तक ही पहुंच पा रहा है।
इन हालातों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से अब ग्राउंड जीरो में टीम भेजने की तैयारी शुरू कर दी गई है। स्थिति यही रही तो टारगेट पूरा करने में स्वास्थ्य विभाग को एक साल का समय भी कम पड़ जाएगा। 18 प्लस वालों के लिए हाल ही में 2100 वैक्सीन की डोज भेजी गई थी।
जिला प्रशासन की ओर से वैक्सीनेशन की संख्या बढ़ाने के लिए प्रचार-प्रसार पर फोकस किया जा रहा है। शहरी क्षेत्र में जागरूकता रथ रवाना किया गया है। इसके माध्यम से वैक्सीनेशन के फायदे बताए जा रहे हैं। वहीं कलेक्टर ने लोगाें से अपील भी की है कि वैक्सीनेशन को लेकर भ्रामक जानकारी शेयर न करें। सीएमएचओ डॉ मिथलेश चौधरी ने बताया कि वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है और कोई साइड इफैक्ट नहीं है।
दो दिन में डोज खत्म लोग चक्कर लगा रहे
शहरी क्षेत्र में 1100 और ग्रामीण क्षेत्र में 1 हजार वैक्सीन की डोज भेजी गई। दो दिन के भीतर डोज खत्म हो गई। इस वजह से 18 प्लस वाले वैक्सीन के लिए चक्कर लगा रहे हैं। सेंटर से मायूस लौटना पड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग को 18 से 44 वर्ष के 1187485 लोगों को वैक्सीन की डोज लगानी है। इनमें से 336040 को ही पहली डोज लग पाई है। अभी तक केवल 44067 ने ही दूसरी डोज लगवाई है।
अभियान में रफ्तार लाने ग्राउंड जीरो पर जाने तैयारी
स्वास्थ्य विभाग की ओर से अब वैक्सीनेशन अभियान में रफ्तार लाने के लिए अब ग्राउंड जीरो में जाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। मैदानी अमले को इसके लिए तैयार किया जा रहा है ताकि टीम घर-घर दस्तक दे सके और लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करने के साथ ही डोज दी जा सके। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र में टीम पंचायतों की मदद लेकर हर घर में दस्तक देने वाली है। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. बीएल कुमरे ने बताया कि 18 प्लस के लिए वैक्सीन की कमी है पर 45 प्लस के लिए डोज पूरी है।
वैक्सीनेशन को लेकर जिले में यह है स्थिति
जिले में सबसे बेकार स्थिति 45 प्लस वालों की है। कुल 350152 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लगनी है। इनमें से फर्स्ट डोज 270497 लोगों ने लगवाई है तो वहीं केवल 19488 लोग दूसरी डोज लगाने आ पाएं हैं। अभी तक इनका वैक्सीनेशन का प्रतिशत महज 5.57 है। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है कि 45 प्लस के लिए वैक्सीन की डोज का पर्याप्त स्टॉक है। शहर सहित ग्रामीण इलाके में वैक्सीनेशन सेंटर बनाने के बाद भी लोग आ नहीं रहे हैं। लगातार इसके लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है।