छत्तीसगढ़

ओडिशा से मध्य प्रदेश हो रही सप्लाई, 10 माह में पकड़ा 700 किलो गांजा, 50 गिरफ्तार, पर ‘लग्जरी’ गाड़ियों पर कार्रवाई नहीं

छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले के जंगल के रास्ते गांजा तस्करी का कॉरिडोर बनते जा रहे हैं। ओडिशा से मध्य प्रदेश के बीच गांजे की सप्लाई जारी है। इसके अलावा कोल माइंस एरिया कोतमा बिजुरी, राजनगर, राजेन्द्र ग्राम और चिरमिरी के क्षेत्रों में ले जाया जा रहा है। आंकड़ों पर गौर करें तो 10 माह में करीब 700 किलो गांजा पकड़ा गया है और 50 लोग गिरफ्तार हुए हैं, लेकिन लग्जरी गाड़ी के मालिकों पर पुलिस कार्रवाई से बच रही है।

पुलिस ने ट्रक और कार चालकों को तो पकड़ा है, लेकिन उसके मालिक तक नहीं पहुंच सके हैं।

पुलिस ने ट्रक और कार चालकों को तो पकड़ा है, लेकिन उसके मालिक तक नहीं पहुंच सके हैं।

दरअसल, गांजा तस्करी के लिए तस्कर नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। इसके लिए सब्जी, फलों के ट्रक के साथ लग्जरी गाड़ी तक का इस्तेमाल किया जा रहा है। पुलिस ने ट्रक और कार चालकों को तो पकड़ा है, लेकिन उसके मालिक तक नहीं पहुंच सके। पुलिस ने एक लग्जरी गाड़ी में 200 किलो गांजा पकड़ा है। आरोपी कार छोड़कर मौके से भाग निकले। इसके 6 माह बाद भी पुलिस कार सवारों और उसके मालिक का पता नहीं लगा सकी है।

जनवरी से अब तक MP ले जाते पकड़ा गया 650 किलो गांजा
जनवरी 2021 से लेकर अब तक पुलिस ने करीब 650 किलो गांजा पकड़ा है। इसके साथ पकड़े गए सभी तस्कर से पूछताछ में सामने आया है कि वह इसे ओडिशा से मध्य प्रदेश लेकर जा रहे थे। सबसे ज्यादा खेप जनवरी माह में ही पकड़ी गई।

  • 11 जुलाई : गौरेला नया बस स्टैंड पर रीवा निवासी राघवेंद्र तिवारी और विजय मिश्रा को पकड़ा गया। उनके पास से बैग में 10 किलो गांजा बरामद हुआ। वह वेंकटनगर रोड की ओर जा रहे थे।
  • 29 मई : गौरेला थाना पुलिस ने कोरोना जांच बेरियर कारीआम में आम की कैरेट से भरा मेटाडोर पकड़ा। तलाशी के दौरान उसमें 14 बोरियों में 390 किलो गांजा मिला। 3 आरोपी गिरफ्तार किए गए। इसे ओडिशा से अनूपपुर के राजेंद्रग्राम ले जाया जा रहा था।
  • 13 जनवरी : गौरेला क्षेत्र में ही वेंकटनगर निवासी 2 युवकों को कार में 25 किलो गांजे के साथ पकड़ा गया।
  • 9 जनवरी : नाकाबंदी के दौरान पुलिस ने पीछा कर जोगीसारदा तिराहे पर एक इनोवा गाड़ी से 200 किलो गांजा बरामद किया। आरोपी गाड़ी छोड़कर भाग निकले। उनका अभी तक पता नहीं चल सका है। पुलिस अभी तक वाहन मालिक का भी पता नहीं लगा सकी है।
  • 27 नवंबर : पेंड्रा में पुलिस ने बाइक सवार को 13 किलो गांजे के साथ पकड़ा।
  • 2 अक्टूबर : मरवाही उपचुनाव के दौरान दिल्ली नंबर की होंडा सिटी कार से 29 किलो गांजा पकड़ा गया। आरोपी भाग निकले। अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

JCCJ प्रमुख भी उठा चुके हैं जिले में तस्करी का मामला
छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (JCCJ) अध्यक्ष अमित जोगी भी बिलासपुर स्थित मरवाही भवन में गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले में हो रही गांजा तस्करी का मुद्दा उठा चुके हैं। उन्होंने कहा था कि गांजा तस्करी के लिए GPM गढ़ बनता जा रहा है। तस्कर नए-नए तरीके ढूंढ रहे हैं। जिला तस्करी का कॉरिडोर बन गया है, लेकिन पुलिस छोटे-छोटे सप्लायर को ही पकड़ रही है। सरगना तक अभी भी उनके हाथ नहीं पहुंच सके हैं।

जनवरी में 25 किलो गांजा के साथ पुलिस ने महिला सहित आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों कार के दरवाजे में गांजा छिपाकर ले जा रहे थे।

जनवरी में 25 किलो गांजा के साथ पुलिस ने महिला सहित आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों कार के दरवाजे में गांजा छिपाकर ले जा रहे थे।

अफसर बोले- आरोपियों का पता लगा रहे, हमारा टारगेट ‘बॉस’
सभी तस्करी के प्रकरणों में संबंधित थाने के पुलिस ऑफिसर कहते हैं कि गाड़ी नंबर, चेचिस नंबर से मालिक का पता लगा रहे हैं। उन पर कार्रवाई की जाएगी, लेकिन अभी तक एक का भी पता नहीं चल सका हैं। SP त्रिलोक बंसल पहले तो तस्करी के सवाल पर हंसते हैं, फिर कहते हैं कि हम बॉस का पता लगा रहे हैं। सरगना तक पहुंचना चाहते हैं। इसके लिए ओडिशा के सप्लायर की जानकारी जुटा रहे हैं। साथ ही गाड़ी मालिकों पर भी जल्द कार्रवाई की बात कहते हैं।

advertisement
advertisement
advertisement
advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button