छत्तीसगढ़राजनांदगांव जिला

प्रदेश सरकार ने बिल हाफ किया है या बिजली

छुरिया। अघोषित बिजली कटौती और लो-वोल्टेज की समस्या से परेशान छुरिया सहित अंचल के ग्रामीण किसानों ने शुक्रवार को विद्युत सब स्टेशन का घेराव किया। सब स्टेशन के सामने ही धरना-प्रदर्शन कर किसानों ने बिजली समस्या को दूर करने की मांग रखी।

इस दौरान छुरिया ब्लाक के करीब 21 गांव के ग्रामीण व किसान मौजूद थे। किसानों के आंदोलन को भाजपा के नेताओं ने भी समर्थन दिया और धरने पर बैठे। भाजपाइयों ने कहा कि सरकार ने बिजली बिल हाफ करने का वादा पूरा कर बिजली की आपूर्ति को भी आधी कर दी है। इसके चलते ग्रामीणों और किसानों को परेशान होना पड़ रहा है।

अफसर कर रहे मनमानी : क्षेत्र के किसानों ने कहा कि सरकार ने बिजली बिल हाफ किया है। लेकिन वनांचल में अघोषित बिजली कटौती कर विद्युत कंपनी के अधिकारी मनमानी कर रहे हैं।

किसान ललित साहू व मनोहर साहू ने कहा कि बिजली कटौती और वोल्टेज डाउन होने से सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। बारिश नहीं होने के कारण किसान बिजली के भरोसे ही फसल में सिंचाई कर रहे हैं। लेकिन बिजली की समस्या के कारण किसान फसल में पानी भी नहीं दे रहे हैं। समस्या गंभीर हो गई है। अब परिवार को लेकर किसान आंदोलन करेंगे। अगर बिजली की समस्या दूर नहीं हुई तो उग्र आंदोलन होगा। जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।

अंचल के 21 गांवों के ग्रामीण हुए एकजुट

बिजली की समस्या को लेकर छुरिया स्थित बिजली दफ्तर के सामने अंचल के 21 गांव भोलापुर, पांडेटोला, झालाटोला, शिकारीमाहका, तेंनुटोला, जरहामाहका, शिकारीटोला, हालेकोसा, घोघरे, डुमरडीह, भंडारपुर, बखरुटोला, ब्रह्मणी चारभाठा, घेरूघाट, नादिया खुर्द, मरकाकसा, जोब, झारीखैडी, बिजेपार व भर्रीटोला सहित अन्य गांवों के ग्रामीण व किसान बड़ी संख्या में एकजुट हुए थे। प्रदर्शन में भाजपाइ भी शामिल हुए। भाजपा पदाधिकारियों ने बिजली समस्या पर सरकार को घेरा।

बड़ी संख्या में एकजुट हुए ग्रामीण किसानों ने धरना-प्रदर्शन कर विभागीय अधिकारी को ज्ञापन दिया, जिसमें किसानों ने आंदोलन की चेतावनी भी दी है। ग्रामीणों ने कहा कि पिछली बार पर विधायक छन्नाी साहू ने आश्वासन देकर समस्या का निराकरण कराने की बात कही थी, लेकिन समस्या का हल नहीं हो पाया। ग्रामीणों ने विद्युत कंपनी के एई एम. मैथ्यु को ज्ञापन दिया, जिस पर एई ने जल्द ही समस्या का समाधान करने की बात कही। ग्रामीणों ने समस्या का समाधान नहीं होने पर उग्र आंदोलन करने की बात कही है।

advertisement
advertisement
advertisement
advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button