छत्तीसगढ़राजनांदगांव जिला

जनहितकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए स्थानीय जनता के अनुरूप अब जिला प्रशासन अधिक सक्षम हो सकेंगे : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियो वार्ता लोकवाणी की 21वीं कड़ी को राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम सुंदरा के ग्रामीणों सहित जिले के सभी विकासखंडों में नागरिकों ने तन्मयतापूर्वक सुना

राजनांदगांव 12 सितम्बर 2021। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियो वार्ता लोकवाणी की 21वीं कड़ी को आज राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम सुंदरा के ग्रामीणों सहित जिले के सभी विकासखंडों में नागरिकों ने तन्मयतापूर्वक सुना। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि प्रशासनिक इकाई के रूप में जिलों को महत्व देते हुए हमने अल्प समय में ही 5 नये जिले बनाने की पहल की है। साथ ही जिला स्तर पर जनहितकारी योजनाएं, कार्यक्रम और अभियान संचालित करने की खुली छूट दी है, ताकि स्थानीय जनता की सोच, इच्छा और अपेक्षा के अनुरूप काम करने में जिला प्रशासन अधिक सक्षम हो सके। छत्तीसगढ़ में किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए अब लघु धान्य फसलों का उत्पादन बढ़ाने के साथ इन्हें बेहतर दाम तथा सुविधाएं देने की पहल की गई है। इसके लिए छत्तीसगढ़ मिलेट मिशन की स्थापना की गई है और उत्पादन में वृद्धि तथा प्रसंस्करण के लिए व्यापक कार्ययोजना बनाई जा रही है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी को छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी के रूप में बचाने की सोच के साथ, एक नए रास्ते पर चलना शुरू किये थे लेकिन आप लोगों ने अपनी मौलिक सूझबूझ से, उसे इतना व्यापक रूप दे दिया है कि उसमें नए-नए उत्पाद और नए-नए रोजगार के अवसर बनने लगे हैं। गरूवा से गोबर, गोबर से वर्मी कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट और फिर सुपर कम्पोस्ट प्लस। गरूवा और घुरूवा को विकसित करने से नए रास्ते बनते चले गए और गोबर से धन बरसने लगा। गोधन न्याय योजना के 8 सितम्बर के आंकड़े से एक अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस योजना से क्या लाभ मिल रहा है। अभी तक गोबर बेचने वालों को 100 करोड़ 82 लाख रूपए महिला स्वसहायता समूह को 21 करोड़ 42 लाख रूपए तथा गौठान समितियों को 32 करोड़ 94 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है। गोधन न्याय योजना से 1 लाख 77 हजार 437 पशुपालकों को लाभ मिला है, जिसमें भूमिहीनों की संख्या 79 हजार 435 है। वर्मी कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट तथा सुपर कम्पोस्ट प्लस का उत्पादन 11 लाख क्विंटल से अधिक हो चुका है और करीब 8 लाख क्विंटल की बिक्री भी की जा चुकी है। यह रूझान बताता है कि छत्तीसगढ़ में जैविक खाद के उपयोग के लिए तेजी से जागरूकता बढ़ रही है। 1 हजार 634 गौठान आत्मनिर्भर बन चुके हैं।
सरपंच श्री हिपेन्द्र साहू ने कहा कि लोकवाणी के माध्यम से बहुत सी योजनाओं की जानकारी मिलती है। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय जिले में संचालित किया जा रहा है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के तहत आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों एवं गर्भवती माताओं को गर्म भोजन दिया जा रहा है और कुपोषण को दूर करने के लिए मानपुर-मोहला तथा छुईखदान विकासखंड में सघन सुपोषण अभियान चलाया गया है। उपसरपंच श्री जितेन्द्र साहू ने कहा कि शासन द्वारा नरवा सुधार कार्य किए जा रहे हंै। उससे जल स्तर में वृद्धि हुई है। गोधन न्याय योजना के तहत गौठानों में विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही है। इस अवसर पर सचिव श्री रोहित कुमार निर्मलकर, बीपीएम श्री सुशील श्रीवास्तव, गांव की सातो बाई, निर्जला, सुरजा, सहदेव, जगदीश साहू, परमेश्वर साहू सहित अन्य ग्रामीणजन उपस्थित थे।

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