राज्यपाल उईके ने कहा, योग जीवन जीने की एक विशिष्ट कला
विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित द योग इंस्टीट्यूट, मुंबई ने रायपुर में भी अपनी शाखा की शुरुआत की है। मुख्य अतिथि राज्यपाल अनुसुईया उईके ने दीप प्रज्वलित करने के बाद कहा, निश्चित रूप से योग जीवन को जीने की एक विशिष्ट कला है। मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि आज हम सब एक ऐसे योग केंद्र के उद्घाटन के मौके पर मौजूद हैं। जो एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने में कई लोगों की सेवा करेगा। मुझे उम्मीद है कि योग से संबंधित व्यापक शिक्षक प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों में बड़ी संख्या में युवा वर्ग शामिल होंगे और इस तरह युवा पीढ़ी एक बेहतर और खुशहाल जीवन बनाने के साथ-साथ अपने करियर को भी सफलतापूर्वक आगे बढ़ाने में कामयाब रहेगी।
विशिष्ट अतिथि रायपुर उत्तर के विधायक कुलदीप जुनेजा ने कहा, प्राचीन काल से ही योग से जुड़ी तकनीक हमारे जीवन में व्याप्त तनाव और असंतुलन को दूर करने और तमाम रोगों से हमें बचाने का महत्त्वपूर्ण काम कर रही है।
योग इंस्टीट्यूट, मुंबई की निदेशक डा. हंसा जे योगेंद्र ने कहा, तेजी से भागती दुनिया को दैनिक तनाव और शारीरिक बीमारियों को दूर करने के लिए योग के चिकित्सीय लाभों की आवश्यकता है। आज पूरी दुनिया में योग के महत्व और इसकी उपयोगिता को समझा जाने लगा है, क्योंकि योग समय की कसौटी पर खरा उतरा है। यही कारण है कि दुनिया आज योग की आवश्यकता को महसूस करती है।
योग संस्थान ने हमेशा स्वस्थ और रोग मुक्त जीवन जीने के लिए सभी की मदद और मार्गदर्शन करके समाज की सेवा करने का प्रयास किया है। अगर हम योग के बारे में समग्र दृष्टिकोण रखते हैं, तो हमें इस बात का अहसास होगा कि छोटी-मोटी चोटों, मोटापा, पुरानी नींद की कमी, मानसिक बीमारी और कई और आधुनिक समस्याओं को कम करने में योग हमारे लिए मददगार साबित होता है।