राजनांदगांव : आपदाओं से जान माल कैसे बचाएं – शिक्षकों को बताए गए क्षति जोखिम कम करने के उपाय, तीन दिन चला व्यक्तिगत व शाला सुरक्षा प्रबंधन प्रशिक्षण
राजनांदगांव। आपदाओं को रोका या समाप्त तो नहीं किया जा सकता लेकिन सूझ बूझ और समझदारी से सतर्कता बरतते हुए होने वाली जान माल की क्षति को जरूर कम किया जा सकता है। इन्हीं गंभीर बिंदुओं पर संकुल केंद्र करमतरा स्थित शासकीय किसान उच्चतर माध्यमिक शाला में व्यक्तिगत व शाला सुरक्षा प्रबंधन पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण आज संपन्न हुआ।
इस महत्वपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम में भोथली, करमतरा, संबलपुर, सिर्राभाटा, कुतुलबोड भाटागांव के सभी शिक्षक/शिक्षिकाओं ने अपनी सक्रिय सहभागिता निभाई। प्रशिक्षण के समापन अवसर पर संकुल प्राचार्य राजेश शर्मा ने कहा कि कुछ आपदाएं ऐसी होती हैं, जो मानव के द्वारा प्रकट होती हैं, परंतु कुछ आपदाएं ऐसी होती हैं, जो प्रकृति की होती हैं। उनमें हमारा बस नहीं चल सकता है, लेकिन हम इससे बचने के कई उपाय कर सकते हैं। जिनसे हमारा जीवन प्रभावित होने से बच सके। सरकार आए दिन प्रयत्न करती रहती है, ऐसी आपदाओं से निपटने के लिए नए-नए काम करती रहती है, जिससे हम प्राकृतिक आपदाओं से बच सकें और हमें भी चाहिए कि हम जितना हो सके इनका ध्यान रखें और सावधानी और समझ के साथ इन आपदाओं का सामना करें। श्री शर्मा ने सभी को धन्यवाद देते हुए प्रशिक्षण में सीखी बातों का क्रियात्मक रूप आगामी दिनों में सामने आने की उम्मीद जताई है। उन्होंने आपदाओं पर मॉक ड्रील प्रत्येक स्कूलों के लिए अनिवार्य बताया। तीन दिन चले इस प्रशिक्षण में संकुल के समन्वयक पुष्पेंद्र साहू व भोथली के शिक्षक कुमलेश कुमार ने बतौर मास्टर ट्रेनर अपनी प्रभावी सेवाएं दी।