देशधर्म-कर्म

लगने वाला है साल का पहला चंद्र ग्रहण,जानें वैज्ञानिक, धार्मिक मान्यताएं

16 मई को साल का पहला चंद्र ग्रहण भारतीय समयानुसार 7.58 PM से शुरू होगा और 11.25 PM मिनट पर समाप्त होगा. 2022 का पहला चंद्र ग्रहण लाल दिखाई देगा इसी कारण इसे ब्लड मून

चंद्र ग्रहण लगने का समय

16 मई को साल का पहला चंद्र ग्रहण भारतीय समयानुसार 7.58 PM से शुरू होगा और 11.25 PM मिनिट पर समाप्त होगा. पूर्ण चंद्र ग्रहण का प्रभाव 16 मई को सुबह 08:59 बजे के आसपास चरम पर रहने की उम्मीद है. उस समय, 2022 का पहला चंद्र ।ग्रहण (Chandra Grahan 2022) लाल दिखाई देगा इसी कारण इसे ब्लड मून (blood Moon) कहा जा रहा है.

लाइव देख सकते हैं चंद्र ग्रहण

भारत में 16 मई को चंद्र ग्रहण दिखाई नहीं देगा, लेकिन स्टारगेजर नासा के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से इसे लाइव स्ट्रीम कर सकेंगे. चंद्र ग्रहण देखने के लिए आप नासा के फेसबुक, यूट्यूब या आधिकारिक वेबसाइट पर ट्यून कर सकते हैं.

ग्रहण के दौरान इन बातों का रखें ध्‍यान

  • ग्रहण के दौरान कुछ भी खाना-पीना नहीं चाहिए. साथ ही खाने-पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते डाल देना चाहिए, ताकि इन पर ग्रहण का बुरा असर न पड़े.
  • ग्रहण के दौरान नकारात्‍मक ऊर्जा बढ़ जाती है, जिसका असर व्‍यक्ति के मन पर भी पड़ता है. लिहाजा इस दौरान कोई बड़ा निर्णय न लें. वाद-विवाद से बचें. हो सके तो यात्रा न करें.
  • ग्रहण के दौरान जितना हो सके भगवान की आराधना करें.
  • ग्रहण के दौरान मंदिर के पट बंद रखें.
  • ग्रहण के बाद स्‍नान करें और दान जरूर करें. गरीबों को दान करने से ग्रहण का अशुभ फल कम हो जाता है.
  • ग्रहण के दौरान गर्भवती स्त्री को बहुत सावधानी बरतनी चाहिए. उसे घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए.

नवंबर में लगेगा अगला चंद्र ग्रहण

साल 2022 का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण 8 नवंबर 2022 को लगेगा. यह चंद्र ग्रहण शाम 05:28 बजे से 07:26 बजे तक रहेगा. यह ग्रहण भारत के कुछ हिस्‍सों पर दिखाई देगा.

बुद्ध पूर्णिमा के दिन लगेगा चंद्र ग्रहण

साल 2022 का पहला चंद्र ग्रहण वैशाख पूर्णिमा यानी बुद्ध पूर्णिमा के दिन लग रहा है. बुद्ध पूर्णिमा के दिन लोग पवित्र नदियों में स्नान कर पूजा-पाठ और दान करते हैं. लेकिन ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ और कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते. ऐसे में लोग असमंजस में हैं कि क्या इस दिन स्नान-दान जैसे कार्य किए जा सकेंगे या ग्रहण का प्रभाव होगा. आपको बता दें कि, ग्रहण का सूतक काल लगते ही धार्मिक गतिविधियों पर मनाही होती है. ऐसे में जानते हैं साल के पहले चंद्र ग्रहण का सूतक काल मान्य होगा या नहीं.

चंद्रग्रहण कैसे/कब लगता है?

चंद्रग्रहण(Lunar Eclipse) तब लगता है जब धरती चांद और सूरज के बीच में आ जाती है. चूंकि चांद सूरज की रौशनी से प्रकाशित रहता है, धरती के बीच में आ जाने से सूरज की किरणें चांद तक नहीं पहुंच पाती हैं. इस वजह से चांद पर अन्धेरा छा जाता है. चांद पर इस अंधेरे का छाना आम भाषा में चंद्रग्रहण या lunar eclipse कहलाया जाता है.

पुरानी मान्यता के अनुसार चंद्र ग्रहण

पुरानी मान्यताओं के अनुसार एक बार चंद्रमा ने गणेश जी का उपहास कर दिया चंद्रमा को अपने रूप का घमंड बहुत अधिक था चंद्रमा के इस उपहास से गणेश जी को बहुत बुरा लगा और उन्हें क्रोध आ गया क्रोध आने की वजह से उन्होंने चंद्रमा को श्राप दे डाला जिसमें गणेश जी ने चंद्रमा की लाली छीन ली और चंद्रमा आकाश में हमेशा के लिए छुप गया. चंद्रमा को अपनी गलती का एहसास हो गया और उन्होंने गणेश जी से क्षमा याचना की.

वरियान और परिघ योग में लगेगा साल का पहला चंद्रग्रहण

वैदिक पंचांग के मुताबिक, साल का पहला चंद्र ग्रहण 16 मई को लगेगा. इसी दिन सुबह 06 बजकर 16 मिनट तक वरियान योग भी रहेगा. ज्योतिष में इस योग का बहुत महत्व है. इस योग में किया गया कार्य सिद्ध हो जाता है. इसके बाद 16 मई की सुबह से अगले दिन देर रात करीब ढाई बजे तक परिघ योग भी रहेगा. परिघ योग में शत्रु के विरुद्ध अपनाई गई रणनीतियां बड़ी कारगर सिद्ध होती हैं.

कहां दिखेगा चंद्र ग्रहण

कुल चंद्रग्रहण यूरोप और अफ्रीका के पश्चिमी हिस्सों में सोमवार की सुबह चंद्रमा के अस्त होने के समय के करीब दिखाई देगा. ग्रहण की पूरी अवधि पूरे दक्षिण अमेरिका, मध्य अमेरिका, पूर्वी अमेरिका और कनाडा और अधिकांश अंटार्कटिका में दिखाई देगी. अमेरिका और कनाडा के पश्चिमी हिस्सों में रविवार की शाम चंद्रोदय के ठीक बाद समग्रता दिखाई देगी. न्यूजीलैंड, मध्य पूर्व और पूर्वी यूरोप के स्काईवॉचर्स को भी पेनुमब्रल ग्रहण का अनुभव होगा, जिसके दौरान पृथ्वी की छाया का केवल किनारा चंद्रमा पर पड़ता है.

चंद्र ग्रहण का नजारा लाइव कैसे देख सकते हैं?

भारत में 16 मई को चंद्र ग्रहण दिखाई नहीं देगा, लेकिन स्टारगेजर नासा के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से इसे लाइव स्ट्रीम कर सकेंगे. चंद्र ग्रहण देखने के लिए आप नासा के फेसबुक, यूट्यूब या आधिकारिक वेबसाइट पर ट्यून कर सकते हैं.

1 साल में कितनी बार लग सकता है चंद्र ग्रहण ?

चंद्र ग्रहण साल में दो से पांच बार होता है, जिसमें पूर्ण चंद्र ग्रहण हर तीन साल में कम से कम दो बार होता है.

भारत में नहीं दिखेगा चंद्र ग्रहण

भारत में 16 मई को चंद्र ग्रहण दिखाई नहीं देगा, लेकिन स्टारगेजर नासा के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से इसे लाइव स्ट्रीम कर सकेंगे. चंद्र ग्रहण देखने के लिए आप नासा के फेसबुक, यूट्यूब या आधिकारिक वेबसाइट पर ट्यून कर सकते हैं.

भारतीय समय के अनुसार चंद्र ग्रहण टाइम

16 मई को साल का पहला चंद्र ग्रहण भारतीय समयानुसार 7.58 PM से शुरू होगा और 11.25 PM मिनिट पर समाप्त होगा. पूर्ण चंद्र ग्रहण का प्रभाव 16 मई को सुबह 08:59 बजे के आसपास चरम पर रहने की उम्मीद है. उस समय, 2022 का पहला चंद्र ।ग्रहण (Chandra Grahan 2022) लाल दिखाई देगा इसी कारण इसे ब्लड मून (blood Moon) कहा जा रहा है.

advertisement
advertisement
advertisement
advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button