दरगाह में मत्था टेक लौट रहे मोपेड सवार को ठोका, फिर खड़े ट्रैक्टर से टकराई बोलेरो
नेशनल हाईवे पर सोमवार दोपहर अग्रवाल पेट्रोल पंप के समीप बोलेरो जीप क्रमांक सीजी 09-5161 के चालक ने लापरवाही से वाहन चलाते हुए मोपेड सवार बल्देव बाग निवासी यश पिता अनिल चौथवानी को ठोकर मार दी। बोलेरो का चालक इस कदर रफ्तार में था कि हाईवे किनारे संचालित एक शो रूम में खड़े ट्रैक्टर के पीछे जा भिड़ा। इसके बाद जीप को छोड़कर मौके से फरार हो गया। इस घटना में मोपेड सवार यश के सिर पर गंभीर चोट लगी थी। मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में उपचार के दौरान यश ने दम तोड़ दिया।
यश अपनी मोपेड से पार्रीनाला स्थित दरगाह में मत्था टेकने के बाद घर लौट रहा था। इस बीच दुर्घटना का शिकार हो गया। लापरवाह बोलेरो चालक की यह हरकत शो रूम में लगे सीसी कैमरे में कैद हो गई है। कैमरे का फुटेज सोशल मीडिया में वायरल हो गया है, जिसमें स्पष्ट समझ में आ रहा है कि बोलेरो का चालक बेहद लापरवाही से वाहन चला रहा था। गति भी काफी तेज थी। ट्रैक्टर भी क्षतिग्रस्त हो गया है।
हेलमेट पहना होता तो नहीं होती हेड इंजरी से मौत
मृतक के परिजनों ने बताया कि 24 वर्षीय यश ने इंजीनयिरिंग की पढ़ाई पूरी कर ली थी और एमबीए करने के लिए बेंगलुरू जाने वाला था। 9 जून को उसकी रवानगी थी और वह इसकी तैयारी में जुटा हुआ था। परिजनों ने बताया कि यश बीच-बीच में पार्रीनाला दरगाह में मत्था टेकने जाया करता था। घर में बताकर निकला था कि वह पार्रीनाला दरगाह जा रहा है। वहां से लौटने के दौरान पेट्रोल पंप के ठीक सामने पीछे से आ रहे बोलेरो के चालक ने ठोकर मारी। मोपेड चलाते समय वह हेलमेट नहीं पहना था,जिससे उसके सिर पर गंभीर चोट लगी।
बताया गया कि यश घटनास्थल पर खून से लथपथ पड़ा था। अगर वह हेलमेट पहना होता तो उसकी जान बच जाती। पुलिस सूत्रों की माने तो यह गाड़ी किसी सरकारी अधिकारी की है। उसमें एक ही व्यक्ति सवार था और फरार हो गया। काले रंग के इस वाहन को पुलिस ने जब्त तो कर लिया लेकिन वाहन चालक का पता नहीं लगा पाए। किसी पीडब्ल्यूडी के अफसर की यह गाड़ी है। लेकिन इसे चला कौन रहा था फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। यह भी पता चला है कि चालक के पैर में चोट आई थी।
सीसीटीवी फुटेज में दिख रही लापरवाही
सोशल मीडिया में वायरल हुए सीसीटीवी फुटेज से स्पष्ट हो रहा है यश अपने साइड पर था और बोलेरो चालक ने चपेट में ले लिया। कोतवाली पुलिस ने बताया कि बोलेरो चालक घटना के बाद से फरार है।
ऐसे दर्दनाक हादसे से भी चाहिए निजात
शहर में 90 फीसदी दो पहिया वाहन चालक बिना हेलमेट के ही चलते हैं। जनवरी माह के सुरक्षा सप्ताह के बाद इसे लेकर पुलिस की ओर से चालानी की कार्रवाई तो की जाती है लेकिन कोई अभियान नहीं चलाया जाता है। कई लोग ऐसे में खुद की रक्षा के बजाय पुलिस से बचने हेलमेट रखते तो हैं लेकिन उसे पहनते नहीं हैं। जब तक लोग इस बात को लेकर जागरूक नहीं होंगे कि हेलमेट वाहन चालक की सुरक्षा के लिए है, तब तक हम इसी तरह से अपना यश खोते रहेंगे।