राजनांदगांव : अमृत महोत्सव संगीत समारोह में दर्शक झूम उठे
दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र नागपुर एवं चक्रधर कत्थक कल्याण केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में
राजनांदगांव. छत्तीसगढ़ अंचल की सेवाभावी संस्था चक्रधर कत्थक कल्याण केन्द्र द्वारा बच्चों में शिक्षा, संस्कृति एवं संस्कार के साथ रायगढ़ दरबार कत्थक नृत्य परंपरा के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए विगत 30 वर्षो से विशेषकर शहरी व ग्रामीण गरीब मजदूर, किसान परिवार के बच्चे जो कि आर्थिक अभाव के कारण कला नहीं सिख पाते, ऐसे बच्चों व युवाओं के लिए विशेष रूप से संस्कार 10 दिवसीय नि:शुल्क कला शिविरों के माध्यम से प्रेरित एवं प्रोत्साहित करने का प्रयास करती है। इस 10 दिवसीय नि:शुल्क कला शिविर में भाग लेने वाले ग्रामीण बच्चे व युवा लगभग 400 बच्चों ने विविध कला विधा सीखकर अपने-अपने कला गुरूओं के मार्गदर्शन में प्रस्तुति दिए।
दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र नागपुर संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग आजादी की 75वीं वर्षगांठ अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य अमृत महोत्सव संगीत समारोह का आयोजन किया गया। केन्द्र के निदेशक श्री डॉ. दीपक खिरवड़कर, श्री गोपाल बेतवार, डॉॅ. कृष्ण कुमार सिन्हा के मार्गदर्शन में कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस अवसर पर सम्मानित अतिथियों द्वारा पंचवटी फलदार पौधों का रोपण किया गया और रायपुर से पधारे हुए अतिथिद्वय श्री जुगल किशोर अग्रवाल जी (उपसचिव माध्यमिक शिक्षा मंडल, छत्तीसगढ़ शासन, रायपुर), श्री शैलेष फाये जी (कार्यालय प्रमुख, केन्द्रीय संचार ब्यूरो, प्रादेशिक कार्यालय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार, रायपुर) एवं चार्टड एकाउंटेंट और समाजसेवी श्री अनिल पारख जी रायपुर थे।
इस अवसर पर सम्मानित अतिथियों द्वारा फीताकाटकर चित्रकला और क्राप्टकला प्रदर्शनी का एवं दीप प्रज्जवलित कर अमृत महोत्सव संगीत समारोह का शुभारंभ किया। संगीत समारोह में दिल्ली से पधारे हुए अन्र्तराष्ट्रीय युवा कत्थक नृत्य कलाकार एवं कोरियोग्राफर श्री सनी सिसोदिया द्वारा धुआंधार नृत्य प्रस्तुति देकर दर्शकों का मन मोह लिया। उन्होंने पद्मविभूषण पं. बिरजू महाराज द्वारा रचित एवं निर्देशित नृत्य संरचना की सफल प्रस्तुुति दिए। वहीं बोकारो से पधारे सुप्रसिद्ध संगीतकार एवं वायलिन वादक श्री सर्वेश्वर दास जी का वायलिन वादन ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। श्री प्रकाश देशमुख एवं साथियों के द्वारा लोककला मंच सुर संध्या रेगांडबरी द्वारा छत्तीसगढ़ की पारंपरिक नृत्य-संगीत की सफल प्रस्तुति रही। इसके पूर्व श्री विभाष उपाध्याय, श्रीमती अनिता उपाध्याय, श्री सर्वेश्वर दास, श्री योगेश ठावरे, श्री सतीश धीवर, श्री खिलानंद डेहरिया, श्री विनोद सुधाकर, श्री अनुराग ठावरे, कु. ममता निषाद आदि के निर्देशन में संस्कार 10 दिवसीय नि:शुल्क कला शिविर में सीखे हुए बच्चे कलाविधा, शास्त्रीय गायन, राष्ट्रभक्ति गीत, छत्तीसगढ़ी जन्म एवं विवाह संस्कार गीत, कठपुतली नृत्य, नाटक आदि का प्रशिक्षार्थी बच्चों द्वारा सफलतापूर्वक प्रस्तुति दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में वेदांत पब्लिक स्कूल सांकरा के समस्त शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं कर्मचारियों का विशेष सहयोग रहा।