जमीनी कांग्रेस नेताओं – कार्यकर्ताओं पर निगम-मंडल-आयोग की नियुक्तियों का वज्रपात
0 संगठन का मैसेज नज़र अंदाज, प्रभावशाली नेताओं के गुट को ही मिला मौका
राजनांदगांव।
निगम-मंडल, आयोगों में नियुक्तियों में एक बार फिर कांग्रेस के जमीनी कार्यकर्ताओं को दरकिनार किए जाने का हल्ला शुरु हो गया है। शनिवार को लंबित निगम-मंडल, आयोगों में नियुक्तियों का आदेश जारी हुआ। इस सूची में राजनांदगांव, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई और मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले से कुल मिलाकर सात नाम शामिल हैं।
जिन्हें नियुक्तियां मिल पाई हैं उन्हें कांग्रेस के क्षेत्रीय नेताओं का वरदहस्त हासिल है। जबकि असल मायनों में जमीनी कार्यकर्ताओं को किसी तरह का मौका नहीं मिल सका है। इन नियुक्तियों का इंतजार लंबे समय से किया जा रहा था।
माना जा रहा था कि, संगठन के लिए खुद को झोंक देने वालों को साधने की कोशिश इन नियुक्तियों में की जाएगी और जमीनी नेताओं को मौका मिलेगा। संगठन की ओर से भी सरकार को यही मैसेज दिया गया था। लेकिन सरकार के फैसले में इसका प्रभाव नहीं दिखता है।
निगम-मंडल, आयोगों की नियुक्तियों से असंतुष्ट नेता कांग्रेस के अंदरुनी खेमें में नया बवंडर खड़ा कर सकते हैं। इस तरह, कांग्रेस सभी को साधने की बजाए अपने लिए चुनौतियां खड़ी करती नज़र आ रही है। ऐसे भी, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं – नेताओं का एक बड़ा वर्ग खुद को उपेक्षित पाता रहा है। इस पर निगम-मंडल, आयोगों की नियुक्तियां जले में नमक के समान है।
बहरहाल, शनिवार को जारी हुई नियुक्तियों की सूची में राज्य बाल संरक्षण आयोग में सदस्य पद पर राजनांदगांव जिले की श्रीमती संगीता गजभिये को नियुक्त किया गया है। वहीं छत्तीसगढ़ राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था में सदस्य पद पर खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई जिले के रजभान लोधी नियुक्ति हुई है।
इसी तरह छत्तीसगढ़ असंगठित कर्मकार सामाजिक सुरक्षा मण्डल में सदस्य पद पर राजनांदगांव जिले के विरेन्द्र चौहान को नियुक्त किया गया है। पिछड़ा वर्ग प्राधिकरण में सदस्य पद पर राजनांदगांव जिले के श्री मनोज सिन्हा को नियुक्ति मिली है।
छत्तीसगढ़ राज्य जीव जन्तु कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष पद पर मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के संजय जैन की नियुक्ति हुई है। जबकि, सिंधी अकादमी बोर्ड के सदस्य पद पर राजनांदगांव जिले के अशोक पंजवानी, मुरली पंजवानी की नियुक्ति की गई है।