राजनांदगांव: पिता ने की 6 माह की पुत्री की हत्या
नन्ही बालिका को जन्म देने वाले माता-पिता ही निकले नन्ही बालिका के कातिल आरोपी माता-पिता का कृत्य धारा 302, 201, 34 भादवि का घटित करना पाये जाने से आरोपीयों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया
मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि प्रार्थी आत्माराम पिता स्व. इन्द्र कुमार कोठारी उम्र 38 साल साकिन बोगाटोला थाना मोहला थाना उपस्थित आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसकी नन्ही बालिका उम्र 06 माह दिनांक 16.11.2022 के 05.30 बजे प्रार्थी के घर ग्राम बोगाटोला से लापता होने कि रिपोर्ट पर धारा 363 भादवि का अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक मोहला-मानपुर अ.चौकी श्री अक्षय कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मानपुर श्री पुपलेश कुमार, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी श्री अर्जुन कुरें के मार्ग दर्शन में निरीक्षक श्री कपिलदेव चंद्रा के कुशल नेतृत्व में टीम बनाकर अपहृत बच्ची तथा अज्ञात आरोपी का लगातार पता तलाश किया जा रहा था कि दिनांक 24.11.2022 को गुम नन्ही बालिका की बरामदगी ग्राम बोगाटोला (कुम्हली) स्थिति जोगी डबरी से नन्ही बालिका का शव एक काले कपड़े में बांध हुआ मिला। जिसकी शिनाख्ती पश्चात नन्हीं बालिका की पहचान गुम नन्हीं बालिका का ही होना पाया गया। जिसका शव निरीक्षण करने पर प्रथम दृष्टया से नन्हीं बालिका के सिर में आई चोट से ऐसा प्रतीत हो रहा था। जैसा कोई ठोस वस्तु से अज्ञात आरोपी के द्वारा नन्ही बालिका की हत्या करने के नियत से चोट पहुंचाकर घटना कारित करना पाया गया है। उक्त घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ट अधिकारियों को परिस्थित से अवगत कर मार्ग निर्देशन में थाना / सायबर स्टाफ के अथक प्रयासों से घटना की गंभीरता को देखते हुए परिवार के सदस्यों के द्वारा घटना को अंजाम देना प्रतीत होने से नन्ही बालिका के माता-पिता से अलग-अलग कड़ाई से पूछने पर नन्ही बालिका का पिता आत्माराम कोठारी ने बताया कि दिनांक 15.11.22 को रात्रि करीबन 08.00 बजे सहपरिवार एक साथ खाना खा कर अपने-अपने कमरा में गये थे कि रात्रि करीबन 11 बजे बच्ची की कमरे से बाहर रोने की आवाज सुनकर बच्ची क्यों रो रही है, सोचकर आरोपी आत्माराम के द्वारा कमरा बिस्तर में देखा तो पत्नी रीना और बच्ची नहीं थी, कहां है, कहकर कोठे तरफ जाकर देखा तो कोटा में पत्नी रीना के साथ कोई व्यक्ति था जो दरवाजा खोलने की आवाज सुनकर वहां से भाग निकला।
जब आरोपी आत्माराम अपनी पत्नी रोना कोठारी से इतनी रात को कौन आया था। किससे मिल रही थी उतने में आरोपी की पत्नी कोई नहीं था कहकर आत्माराम को 1 गुमराह की इसी बात पर से गुस्से में आकर पूछने पर गांव का एतराम खाण्डेकर होना बतायी। इस बात को सुनते ही आरोपी आत्माराम काफी गुस्सा में आकर आगबबुला होकर अपनी पत्नी रीना से पूछा कि तुम दोनो का कब से संबंध है, तब रीना बतायी की 02 से 02.5 साल हो गया है। तब आत्माराम अपनी पत्नी रीना को गाली गलौज कर ये बच्ची भी मेरी नहीं है, कहकर आत्माराम काफी आवेश में आकर वहां पर रखे फावड़े से बच्ची साक्षी कोठारी के सिर के बाये तरफ कनपटी के पास जोर से मार दिया। जिससे बच्ची लहुलुहान हो गई और उसकी मृत्यु हो गई। बाद में अपनी पत्नी रीना कोठारी के साथ मिलकर घर से नया कपड़ा निकालकर बच्ची के शव को कपड़े में बांधकर घटना के बारे में किसी को मालूम न चले सोचकर आरोपी आत्माराम ने अंधेरे के समय ही बच्ची के शव को ले जाकर गांव के ऊपर पारा जोगी डबरी में फेंककर साक्ष्य छिपाने के नियत से ठिकाने लगा दिया था।
आरोपी माता-पिता बच्ची के साथ घटित घटना को अपना वैवाहिक जीवन बर्बाद मत हो इसलिए बच्ची की लापता की झुटी खबर घर परिवार तथा गावं में फैला दिये थे। अंतः पुलिस के द्वारा सुक्ष्मता पूर्वक जांच कर घटना का पर्दा फास करते हुए आरोपी माता-पिता के द्वारा घटना कारित करना पाये जाने से इनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त फावड़ा को जप्तकर, आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया। उक्त कार्यवाही में थाना मोहला एवं सायबर टीम का विशेष योगदान रहा।