छत्तीसगढ़प्रदेश

अनूठी शादी:  

इंदौर के आर्किटेक्ट हितेंद्र मेहता के बेेटेे वर्धन की शादी एलेक्जेंड्रा से हुई। वर्धन हावर्ड डिजाइन स्कूल से ग्रेजुएट है। दोनो की मुलाकात वहीं हुई थी। इन दोनों के परिवारों ने फैसला लिया कि शादी जीरो वेस्ट हो और कचरे का मौके पर ही निपटान हो जाए। स्वच्छता में छह बार देश मेें पहले स्थान पर आने वाले इंदौर में अब शादियां भी इको फ्रेंडली होने लगी है। एक जीरो लैंडफील मैरेज ग्रेंड शेरेटन होटल में हुई। जिसमें न तो प्लास्टिक का इस्तेमाल हुए न कागज का। बचे हुए खाने और फूलों के डेकोरेशन का जो गीला कचरा था, उसे भी मौके पर ही खाद मेें तब्दील कर दिया। सूखा कचरा रिसायकल के लिए भेजा गया। कुल मिलाकर इस जीरो वेस्ट शादी में किसी भी तरह का कचरा ट्रेंचिंग ग्राउंड तक नहीं पहुंचा।

इंदौर के आर्किटेक्ट हितेंद्र मेहता के बेेटेे वर्धन की शादी एलेक्जेंड्रा से हुई। वर्धन हावर्ड डिजाइन स्कूल से ग्रेजुएट है। दोनो की मुलाकात वहीं हुई थी। इन दोनों के परिवारों ने फैसला लिया कि शादी जीरो वेस्ट हो और कचरे का मौके पर ही निपटान हो जाए। स्टेज पर थर्माकोल और प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं किया गया। पूरी तरह फूलों की सजावट थी। प्लास्टिक के बजाए शुगर केन के बने कंपोस्टेबल प्लेट्स और टिशू की जगह कपड़े के नैपकिन्स थे।
इस जीरो लैंडफील मैरेज में मददगार रहे समीर शर्मा ‘इंदौर वाले’ ने बताया कि इंदौर के स्टार्टअप स्वाहा ने पार्टी से निकले गीले कचरे को  आन द स्पाॅट मोबाइल वेस्ट प्रोेसेसिंग वैन में खाद में तब्दील कर दिया। सूखा कचरा न के बराबर निकला और वह भी रिसायकल हो गया।इस शादी का कचरा ट्रेंचिंग ग्राउंड तक नहीं पहुंचाया गया। इस अनूठी शादी का फैसला वाले मेहता और कोजाक परिवार को नगर निगम के अपर आयुक्त सिद्धार्थ जैन ने सर्टिफिकेट भी सौंपा। समीर शर्मा ने बताया कि स्वच्छता को लेकर शहरवासियों की जनभागीदारी के कारण ही हम छह बार पहले स्थान पर है। इस तरह की शादियां दूसरे परिवारों को जीरो वेस्ट, जीरो लैंडफील आधार पर शादियां करने के लिए प्रेरित करेगी।

advertisement
advertisement
advertisement
advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button