मध्य प्रदेश

यह कैसी विकास यात्रा लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी फ्लोराइड युक्त पानी पीने को मजबूर ग्रामीण

धार
शिवराज सरकार बड़े-बड़े दावे करती है लेकिन सरकार की योजनाएं सिर्फ कागजों पर ही धरी रह जाती है यदि जमीनी स्तर पर देखें तो स्थिति समझ से परे है  सरकार के दावे जमीन पर खोखले नजर आते हैं यूं तो शासन की योजनाओं में  करोड़ों रुपए बर्बाद होता है लेकिन इन योजनाओं का फायदा गांव के अंतिम व्यक्ति तक नहीं पहुंचता व योजना नश्ते  नाबूद हो जाती है या फिर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती है  सरकार सरकार गरीबों के नाम पर लाखों रुपए खर्च करती है लेकिन अधिकारी  कर्मचारी योजनाओं को पूर्ण करने के बाद उन्हें देखना पसंद नहीं करते हैं उन्हें लगता है योजना पूर्ण होते ही उनका काम समाप्त हो गया  हो और वह अपनी जवाबदारी  से पल्ला झाड़ लेते हैं  कुक्षी तहसील के ग्राम नर्मदा नगर में एक ऐसा ही मामला सामने आया है ग्राम नर्मदा नगर के लोग कई सालों से फ्लोराइड युक्त पानी पीने को मजबूर है जबकि ग्राम नर्मदा नगर में नल जल योजना पर खर्च हुई  राशि की गिनती नहीं है बावजूद इसके लोग खराब पानी पीकर अपना स्वास्थ्य खराब कर रहे हैं कई लोगों को  खारा पानी पीने से पथरी पेट संबंधी रोग उल्टी दस्त अनेक समस्याओं से जूझना पड़ रहा है लेकिन प्रशासन का कोई नुमाइंदा आज तक ग्रामीणों की समस्या देखने नहीं आया।

18 साल से बनी टंकी से 1 दिन भी पानी नहीं मिला
 ग्राम नर्मदा नगर में उपमुख्यमंत्री व महिला बाल विकास विभाग में मंत्री रहते हुए स्वर्गीय जमुना देवी जी ने ग्राम के लोगों को शुद्ध पानी मिले व पानी की समस्या को देखते हुए 304000 रू की लागत से दिनांक 4 सितंबर 2002 को एक पानी की टंकी का शिलान्यास किया उक्त  टंकी बनने के बाद ग्रामीणों को लगा था कि हमें अब शुद्ध पानी मिलेगा व पानी की समस्या से निजात मिलेगी लेकिन वह टंकी 18 साल से एक ताबूत की तरह खड़ी है इस टंकी से ग्रामीणों को आज दिनांक तक पानी वितरित नहीं किया गया व टंकी पानी का इंतजार  करते-करते जर्जर हो गई।
 
नई टंकी बने 1 साल हुआ फिर भी पानी को प्यासे ग्रामीण
पुरानी टंकी के जर्जर होने के बाद फिर शासन घर घर नल योजना लेकर आई फिर पुनः ग्राम नर्मदा नगर में दूसरी पानी की टंकी का निर्माण प्रशासन द्वारा करवाया गया इस टंकी को बने 1 वर्ष पूर्ण हो चुका है लेकिन ग्रामीणों को फिल्टर युक्त पानी संपूर्ण गांव में नहीं मिल रहा है ग्रामीणों का आरोप है कि बिना फिल्टर के ही पानी गांव में वितरित हो रहा है और आज भी ग्राम के लोग टुयूबेल का वही खारा पानी पीने को मजबूर है कई लोग तो खारा पानी नहीं पीते व आधा किलोमीटर दूर जाकर गणपुर चौकड़ी पुनर बसाहट के फिल्टर प्लांट से पीने के  लिए प्लास्टिक की केनो में भर कर पानी लाते हैं।

शिकायतों के बाद हाथ खाली
इस गंदे खारे पानी के कारण ग्रामीणों ने हताश परेशान होकर इस संबंध में कई बार अधिकारियों से शिकायत की लेकिन नतीजा जस के तस रहा व इस और अधिकारियों ने आज तक ध्यान नहीं दिया है इस संबंध में जब ग्रामीणों से जानकारी चाही गई तो ग्रामीणों ने बताया कि दिनांक 7/6/2019 को नर्मदा नगर  पुनर बसाहट में कलेक्टर महोदय का आगमन हुआ था तब भी ग्राम के सरपंच व ग्रामीणों द्वारा इस समस्या के संबंध में श्रीमान कलेक्टर महोदय को एक आवेदन पत्र देकर ग्रामीणों ने अपनी समस्या बताई थी ग्रामीणों ने मांग की थी कि हमें शासन द्वारा चलाई जा रही शुद्ध पेयजल नल जल योजना के अंतर्गत हमें पुनर बसाहट फिल्टर प्लांट से पानी देने की मांग रखी थी ग्रामीणों ने अपने आवेदन में बताया था कि हम खारा पानी पीने को मजबूर है जो बर्तनों में नीचे जम जाता है वह गर्मियों में इलेक्ट्रॉनिक कूलर जैसे  उपकरणों में खराबी होती है वह गांव के लोग बीमारियों से जूझ रहे हैं लेकिन आज दिनांक तक कोई समस्या का समाधान नहीं हुआ,
 ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से मांग की है कि इस समस्या से हमें निजात दिलाई जाए वह जल्द से जल्द घर घर शुद्ध नल जल  योजना के अंतर्गत पीने का पानी मुहैया हो।

 

advertisement
advertisement
advertisement
advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button