दन्तेवाड़ा जिला (दक्षिण बस्तर)

गरीबी उन्मूलन के संकल्प को पूरा करने जुटे कलेक्टर दीपक सोनी : अति संवेदनशील चिकपाल में बहायी विकास की बयार

दन्तेवाड़ा, 04 जुलाई 2020 . जिले के दूर नक्सली क्षेत्र चिकपाल के दूरस्थ एवं पहुंचविहीन स्थानों पर पिछले दिनों जिला कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने पहुंचकर वहाँ के ग्रामीण से बातचीत की जिसमें ग्रामीणों ने अपनी कुछ मांगे रखी। वहाँ की देवगुड़ी के जीर्णाेद्वार, बाउंडरी और गार्डन निर्माण को तत्काल स्वयं फावड़ा उठाकर शुरू कर दिया। साथ ही ’’नवीन राजीव गांधी सेवा केन्द्र’’ और पीडीएफ गोदम निर्माण के लिए भी हामी भर दी। श्री सोनी ने ग्रामीणों से शर्त भी रखी की ये सभी निर्माण कार्य आप लोगों के द्वारा ही मनरेगा अन्तर्गत किया जाएगा, तब ही स्वीकृति दी जाएगी। अपने जिले के कलेक्टर और अधिकरियों को अपने समीप पाकर उनमें आशा जाग गई और एक स्वर होकर सभी ने शर्त मान लिया और 43 लाख रूपये के निर्माण कार्य मनरेगा अंतर्गत शुरू कर दिए गए।  

         वहाँ की लगभग 250 महिलाओं ने 22 स्व-सहायता समूह बना लिए जो वहीं मुर्गी पालन, बकरी पालन, सब्जी उत्पादन आदि कार्य करने को जुट गयी हैं। साथ ही समूह द्वारा जल्द ही ’’मां दन्तेश्वरी मार्ट’’ भी खोलने की योजना है। कृषि विभाग द्वारा वहाँ के 55 किसानों को बीज रामतिल, उड़द, रागी, हल्दी, अदरक, सब्जी आदि के बीजों के मिनी किट दिए गए।       

    उद्यानिकी विभाग ने स्व-सहायता समूहो को चिन्हित कर हल्दी और अदरक की खेती करवाने की योजना बनाई है। राजस्व विभाग ने 2 खातों का नामांतरण कर नवीन पट्टा वितरीत कियां साथ ही चिकपाल के स्कूलपरा, में 36 केवीए का और पटेलपारा में 25 केवीए को ट्रांसफारमर लगा कर बिजली पहुंचाई गयी अैार जंगलपारा, पदामी पारा, मुनगा पारा में क्रेडा द्वारा सोलर पैनल लगांकर सभी घरों में बिजली कनेक्शन दिया गया है। नरेगा के अंतर्गत ही देवगुड़ी के चारों तरफ सीसी रोड, मुनगा पारा के प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल का जीणोद्वार, जंगलापारा में नवीन आंगनबाड़ी केन्द्र गौठान निर्माण सप्ताहिक बाजार स्थल पर शेड निर्माण जैसे अन्य निर्माण कार्य कराए जाने की भी योजना है। जिन ग्रामीणों का आधार कार्ड नहीं बना था उन्हे शिविर लगाकर आधार कार्ड बनवाया गया। गौरतलब है कि चिकपाल में कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारियों के दौरा करने के तुंरत बाद ही यहाँ का 2 लाख इनामी माओवादी ने जिला कार्यालय में आकर आत्मसमर्पण किया था। वहीं चिकपाल में सभी विभागों का मैदानी अमला भी जुट गया है जो नियमित रूप से वहाँ आकर ग्रामीणों को योजनाओं की जानकारी दे रहे हैं। जिसका लाभ चिकपाल के ग्रामीणों को मिल रहा है। जब अति संवेदनशील क्षेत्र में इतनी तीव्रता से विकास ने गति पकड़ी है तो दन्तेवाड़ा को गरीबी, कुपोषण आदि से जल्द ही निजात मिल जाएगी। और दन्तेवाड़ा ’’पूना वाड़ा काल’’ का संकल्प जल्द ही पूरा हो पाएगा।

advertisement
advertisement
advertisement
advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button