जशपुरनगर : गोबर गैस संयत्र की स्थापना से जीवन्ती तिर्की के घर ईंधन की समस्या हुई दूर
बायोगैस स्वच्छ, सरल एवं सस्ता प्रदूषण रहित ईधन का अच्छा विकल्प – जीवन्ती तिर्की
ग्राम पंचायत सुरजुला में गोबर गैस सयंत्र की स्थापना से ग्रामीणों में छायी खुषी की लहर
जशपुरनगर – कलेक्टर महादेव कावरे के मार्गदर्षन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के. एस. मण्डावी के दिषा-निर्देष में स्वच्छ भारत मिषन योजनांतर्गत जनपद पंचायत मनोरा के दूरस्थ आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र ग्राम पंचायत सुरजुला में प्री फीडबैक बायोगैस प्लांट की स्थापना की गई है। बायोगैस प्लांट की स्थापना से ग्रामीण अंचल में निवासरत महिलाओं एवं लाभार्थी परिवार के मुखिया एवं सदस्यों में बहुत प्रसन्नता व्याप्त है। ग्राम पंचायत सुरजुला कि निवासी श्रीमती जीवन्ती तिर्की ने बायो गैस प्लांट के स्थापना से उन्हें होने वाले फायदे के बारे में बात करते हुए बताया कि इससे उनके घर में ईंधन की समस्या दूर हो गई है। अब गांव में गोबर गैस सयंत्र स्थापित होने से आसानी से गैस मिल जाता है इससे उसकी एक बड़ी समस्या का समाधान हो गया है। गैस सिलेण्डर में गैस भराने की। घर में गाय, भैस पालन से गोबर की पूर्ति आसानी से हो जाती है। श्रीमती जीवन्ती ने बताया कि गोबर गैस का उपयोग बहुत ही सरल व सस्ता है।
सुबह अपने घरों से निकलने वाले गोबर को प्लांट में घोलकर डालना है और खाना बनाने के लिए पर्याप्त गैस उपलब्ध हो जाती है। उन्होने बताया कि वर्तमान समय में प्रदूषण एवं ईंधन की समस्या विकट है ऐसे में गोबर गैस का उपयोग हमारे पर्यावरण को स्वच्छ रखने और पशुपालन को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम हो सकता है।
श्रीमती तिर्की ने बताया कि अब वे गोबर गैस से विशेष अवसरों में व्यंजन भी बनाती है। स्वच्छ भारत मिषन के जिला सलाहकार राजेष जैन ने बताया कि गोबर गैस सयंत्र की स्थापना का मुख्य उद्देष्य स्वच्छ, प्रदूषण रहित ईधन उपलब्ध कराना एवं सयंत्र से निकलने वाले अपषिष्ट का उपयोग कर जैविक खाद का निर्माण करना है। ग्रामीण क्षेत्रों में मवेशियों से जो गोबर इकट्ठा होता है उसका उपयोग गोबर गैस सयंत्र के लिये एवं खाद निर्माण के लिए किया जाता है। उन्होंने बताया कि जिले के 65 ग्राम पंचायतों में गोबर गैस सयंत्र स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है एवं वर्तमान में जिले के गिरांग, डड़गांव, एवं सुरजुला सहित अन्य 16 पंचायतों में गोबर गैस सयंत्र स्थापित किया जा रहा हैै। जिसके अंतर्गत प्री-फीडबैक टैंक एवं इनलेट, आउटलेट टैंक का निर्माण कार्य षामिल हैै।
प्रतिदिन 150 किलोग्राम गोबर से लगभग दिनभर के खपत के लिए ईंधन प्राप्त हो जाता है। उन्होंने बताया कि ग्राम सुरजुला में जीवन्ती तिर्की के अतिरिक्त रम्थु राम, अरबिस टोप्पो, संतुराम, रामजी, असारू, दिलबहाल एवं प्रदीप मिंज गोबर गैस संयत्र का कनेक्शन अपने घरों में कराकर इस योजना का लाभ ले रहे है। राजेष ने बताया कि गोबर गैस सयंत्र की स्थापना ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका के साधन विकसित करने का अच्छा विकल्प बनने लगा है।