राजनांदगांव: युवक की हत्या की गुत्थी 06 घण्टो मे सुलझाई, छोटी बहन ने ही मामूली विवाद पर कर दी थी भाई की हत्या

 थाना छुईखदान द्वारा ग्राम अमलीडीहकला मे हुये युवक की हत्या की गुत्थी 06 घण्टो मे सुलझाई
 मृतक की छोटी बहन ने ही मामूली विवाद पर कर दी थी भाई की हत्या
 विधि से संघर्षरत बालिका को भेजा गया माननीय किशोर न्यायालय बोर्ड के समक्ष

दिनांक 03.05.2024 को जरिये ग्रामीण से सूचना प्राप्त हुआ कि ग्राम अमलीडीहकला मे एक व्यक्ति का हत्या कर दिया गया है कि सूचना पर वरिष्ठ अधिकारियो को अवगत कराकर मामले के गंभीरता को देखते हुये तत्काल पुलिस टीम घटना स्थल ग्राम अमलीडीहकला पहुंचे जहां देवप्रसाद पता लेखराम वर्मा उम्र 18 वर्ष निवासी अमलीडीहकला का शव उसके मकान के कमरा अंदर रखे खाट मे मृत अवस्था मे खून से लथपथ मिला मृतक के गले एवं गर्दन के पीछे भाग मे किसी धारदार हथियार से गंभीर चोट पहुंचाकर हत्या करना परिलक्षित होने से मौके पर ही प्रार्थी लेखराम वर्मा की रिपोर्ट पर देहाती मर्ग एवं देहाती नालसी 0/24 असल अपराध क्रमांक 150/2024 धारा 302 भा0द0सं0 का अपराध कायम कर शव पंचनामा कार्यवाही कर पीएम कराया गया।

मामले के गंभीरता को देखते हुये श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय खैरागढ छुईखदान गंड़ई(छ0ग0) श्री त्रिलोक बंसल (भापुसे) के निर्देशन मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती नेहा पाण्डे, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी छुईखदान श्री लालचंद मोहले के मार्ग दर्शन में छुईखदान थाना प्रभारी निरीक्षक शिवशंकर गेन्दले के नेतृत्व में थाना छुईखदान एवं साइबर सेल का संयुक्त विवेचना टीम तैयार किया गया एवं एफएसल यूनिट प्रभारी डॉ. मोहन पटेल के टीम द्वारा प्रकरण के हर पहलुओ का बारीकी से विशलेषण कर प्रकरण मे प्राप्त साक्ष्य के आधार पर मृतक देवप्रसाद वर्मा की छोटी बहन को संदेह के आधार पर संरक्षण मे लेकर विधि संम्मत वैज्ञानिक पद्धति से पूछताछ करने पर मृतक की छोटी बहन बताई कि घटना दिनांक 03.05.2024 को सुबह 11.00 बजे के आसपास घर मे अपने भाई के साथ अकेली थी घर के अन्य सदस्य रोजी मजदूरी करने घर से बाहर थे तो भाई देवप्रसाद वर्मा मोबाईल मे लडको से बात करती हो घर का मान सम्मान का ख्याल नही है कहकर बालिका को डाट डपटकर मारपीट कर आईंदा मोबाईल मे बात करने से मना किया इसी बात से रूष्ट होकर बालिका मृतक के सोये हुये अवस्था मे घर के कुल्हाड़ी से मृतक के गले के पास गर्दन के पीछे प्राणघातक चोट पहुंचायी जिससे देवप्रसाद के मौके पर ही मृत्यु हो गयी और घटना को दूसरे रूप देने के नियत से रोज की तरह नहाने चली गई और घटना के समय पहने कपडो मे लगे खून के छिटे को साफ कर वापस घर आई, उसके बाद मोहल्ले मे जाकर देवप्रसाद की हत्या होने की खबर आस पास के लोगो का बताई। प्रकरण मे विवेचना टीम के द्वारा वरिष्ठ अधिकारियो के मार्गदर्शन मे अथक लगन, मेहनत एवं प्रकरण मे प्राप्त छोटे-छोटे साक्ष्यो एवं कड़ियो को मिलाकर अल्प समय मे हत्या की गुत्थी सुलझाने मे सफल हुये है। उपरोक्त संपूर्ण कार्यवाही मे थाना प्रभारी निरीक्षक शिवशंकर गेंदले एवं सायबर प्रभारी निरीक्षक अनिल शर्मा की टीम प्र.आर. कमलेश श्रीवास्तव, आरक्षक त्रिभुवन यदु, आरक्षक सत्यनारायण साहू तथा सउनि मुरली सिंह बघेल, महिला आरक्षक झामित ठाकुर, आरक्षक विनोद पोर्ते, आरक्षक शिशुपाल साहू, आरक्षक अख्तर मिर्झा की विशेष भूमिका रही है।

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