बर्तन खरीदी में गुणवत्ता दरकिनार, प्रदर्शन
राजनांदगांव। सरकारी स्कूलों में घटिया क्वालिटी के बर्तन सप्लाई का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने स्कूलों में घटिया क्वालिटी की बर्तन सप्लाई करने वाली कंपनी व विभागीय अफसरों पर कार्रवाई की मांग को लेकर सोमवार को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपकर चार दिनों के भीतर कार्रवाई करने की चेतावनी दी। इधर, एबीवीपी कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के बाद विभागीय अफसरों में हड़कंप मच गया है। एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने जिला कार्यालय के सामने बैठकर नारेबाजी की। वहीं संबंधित अधिकारियों पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की।
बिना डिमांड की खरीदीः एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन सौंपकर बताया कि स्कूलो में मध्यान भोजन का संचालन स्व सहायता समूह के माध्यम से होता है। भोजन बनाने के लिए बर्तनों की खरीदी भी लोकल स्तर पर होती है। लेकिन जिले में कोरोना संकटकाल के दौरान शिक्षा विभाग की ओर से बिना कोई डिमांग के बड़े पैमाने पर बर्तनों की खरीदी की गई। बता दें कि विभागीय अफसरों ने बर्तनों की खरीदी स्कूल बंद होने के दौरान की। प्रत्येक प्राथमिक व माध्यमिक स्कूल में 12 हजार रुपये तक के बर्तनी की सप्लाई की गई है।
चुपके से आदेश को बदला : मेसर्स क्रिस्टल इंडस्ट्रीज ने जिले के स्कूलों बर्तन सप्लाई शुरू कर दी। बर्तन की घटिया क्वालिटी देख अफसरों के होश उड़ गए। डीइओ ने 20 अगस्त 2020 को कंपनी को बर्तनों को वापस ले जाने पत्र लिखा था पर कंपनी की ओर से कम वजन वाले बर्तनों को वापस नहीं ले जाया गया। इसके बाद डीइओ की ओर से 12 जनवरी 2021 को इन्हीं बर्तनों को बंटवाने का आदेश दिया। कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन सौंपकर बताया कि भगौना गंज बर्तन का वजन 3.150 किग्रा होना था पर ठेकेदार ने 2.456 किग्रा का बर्तन भेजा। प्रत्येक नग बर्तन में यही कमी पाई गई। स्टील की कढ़ाई का वजन 5.500 किग्रा होना था पर भेजे गए कढ़ाई का वजन 2.502 किलो ग्राम निकला। 2 लीटर के जग का वजन 0.500 किग्रा होना था। वहीं स्टील तगाड़ी का वजन 1.400 किग्रा देना था पर ठेकेदार ने 1.214 किलो ग्राम बर्तन की सप्लाई की। ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रदेश सह मंत्री चिंटू सोनकर, नगर मंत्री कमलेश प्रजापति, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य नम्रता वर्मा, प्रदीप झा, शशि साहू, आशीष सोरी, अंशिका यादव, राजकुमार सिंह सार्वा, चंदन साहू व अन्य मौजूद रहे।