छत्तीसगढ़रायगढ जिला

CG : बढ़ती गर्मी के साथ लू से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी

रायगढ़ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.बी.के.चंद्रवंशी ने जिले में लू से बचाव एवं उसके उपाय के संबंध में एडवायजरी जारी की है। उन्होंने बताया कि लू लगने का समय मार्च माह के आखिरी सप्ताह से जून महीने तक तेज गर्मी होती है जिसमें गर्मी के कारण शरीर का तापमान 40.0 डिग्री सेल्सियस पहुँच जाता है लू तब लगती है, जब हवा में इतनी गर्मी आ जाती है। लू के लक्षण-जब व्यक्ति का शरीर का तापमान बढ़ जाता है, यदि व्यक्ति को लू लग गई है, तो वह डिहाड्रेशन का शिकार हो सकता है, उसके शरीर में पानी की कमी होना, शरीर का तापमान लगभग 101 या 102 डिग्री से ज्यादा हो तो उसे बार-बार प्यास लगना, युवाओं की तुलना में बच्चो और बुजुर्गो को लू लगने की संभावना अधिक होती है।

लू बचाव के उपाय- जब भी आप घर से बाहर जाएं तो खुद को हाइड्रेटेड रखें, अपने साथ पानी का बोतल और छाता लेकर चलें, बच्चों को दिन में 2 से 3 लीटर पानी व 18 वर्ष से अधिक वालों को 5 से 6 लीटर पानी का सेवन करना चाहिये, बहुत देर तक बाहर धूप और गर्म हवा में घूमने से बचे, गर्भवती महिला, बच्चों और बुर्जुगो को धूप में बाहर न भेजें, न रहने दे दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक धूप में निकलने से बचे और यदि मजबूरी हो तो या कामकाजी महिला/ पुरूष धूप में बाहर निकलने से पहले हेलमेट, सर व कानों को कपड़े से अच्छी तरह से बांध ले, पानी अधिक मात्रा में पीये, गर्मी के दौरान नरम, मुलायम सूती के कपड़े पहनने चाहिए ताकि हवा और कपड़े पसीने को सोखतें रहें, भोजन ताजा बना हुआ ही खायें, यात्रा करते समय या जब भी बाहर जायें तो पीने का पानी साथ रखें, अघिक पानी की मात्रा वाले मौसमी फल और सब्जियां खाएं जैसे-तरबूज, खरबूजा, संतरा, अंगूर, अनानास, ककड़ी, खीरा, सलाद या अन्य स्थानीय रूप से उपलब्ध फल और सब्जियां, ढ़ीले, सूती वस्त्र पहनें, टोपी/ गमछा का उपयोग करें। लू से बचने हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एडवायजरी को पूरी जिम्मेदारी के साथ अपनाए व लू से स्वयं एवं अपने व परिवार वालों को संपूर्ण रूप से सुरक्षित रखें।

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