घर पर ही जांची जाएंगी उत्तर पुस्तिकाए
राजनांदगांव। कोरोना संक्रमण को देखते हुए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस बार 12वीं के विद्यार्थियों को घर से ही परीक्षा देने की छूट दी थी। परीक्षा खत्म हो चुकी है। पहली बार आंसर शीट जांच के लिए दूसरे जिले नहीं जाएगी। आंसर शीट को मूल्यांकनकर्ताओं के घर पहुंचायी जाएगी। ताकि वे घर पर पेपर की जांच कर सकें। इस बार बोर्ड की परीक्षा में जिले से 15 हजार छात्र शामिल हुए थे। कोरोना को देखते हुए इस बार छात्र एवं छात्राएं घर में ही रह कर परीक्षा आनलाइन दी ताकि बच्चों को संक्रमण से बचाया जा सके। उत्तर पुस्तिकाएं भेजी जाने लगी है।
जिले में माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा विगत दिनों संपन्ना हुई कक्षा 12वी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन का कार्य शुरू हो गया है। कोरोना संक्रमण के बीच संपन्ना हुई बोर्ड परीक्षा में लगभग 15 हजार बच्चों ने हिस्सा लिया था। इस बार माध्यमिक शिक्षा मंडल ने विद्यार्थियों को प्रश्नों का हल घर पर रह कर करने की छूट दी थी। इसके चलते विद्यार्थियों ने प्रश्नों का हल घर पर ही रहकर किया है। अपनी उत्तरपुस्तिका संबंधित स्कूल में जमा किया है।
गृह जिले में ही जांच
इस बार उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन जिले में ही किया जायेगा ।इससे पूर्व परीक्षा की उत्तर पुस्कतिकाएं जांच करने के लिए बोर्ड द्वारा अन्य जिलो में भेजी जाती थी और इसे जांचने के लिए विभिन्ना स्कूलों से अनुभवीं शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाती थी। हर शिक्षक को प्रति कॉपी के हिसाब से भुगतान किया जाता रहा है न लेकिन इस बार उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन अपने जिले में ही किया जा रहा है। पूर्व में जिले से बाहर विभिन्ना केद्रं में चेकिंग के लिए भेजा जाता था। और भेजे गये उत्तर पुस्तिका में नाम और रोल नंबर हटा दिया जाता था। उसकी जगह में एक गुप्त कोड लिख दिया जाता था। इस प्रक्रिया द्वारा बोर्ड यह सुनिश्चित करते थे कि कापी चेक करने के दौरान कोई बेईमानी न हो लेकिन इस बार जिले में चेकिंग होने से विद्यार्थियों को अच्छे अंक मिलने की संभावना बनी हुई है।