राजनांदगांव : कलेक्टर को दिग्भ्रमित कर किया ट्रांसफर का खेल, डीईओ पर कार्यवाही की मांग
राजनांदगांव। राज्य सरकार ने ट्रांसफर पर बैन लगा रखा है, लेकिन जिला शिक्षा अधिकार हेतराम सोम ने इसका भी तोड़ निकाल लिया है।
पहले अध्यापन व्यवस्था की आड़ में दिनांक 22 सितंबर को थोक में शिक्षकों का ट्रांसफर कर दिया और उन पर कोई ऊंगली ना उठाए इसके लिए कलेक्टर से अनुमोदन करा लिया गया, इसके बाद दिनांक 30 सितंबर को प्रतिनियुक्ति की आड़ में ट्रायबल स्कूलों के शिक्षकों का ट्रांसफर कर दिया गया इसमें भी कलेक्टर से अनुमोदन ले लिया गया, ताकि कोई उन पर ऊंगली ना उठा सके, लेकिन छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसियेशन ने इस मामले की दिनांक 28 सितंबर को कलेक्टर से लिखित शिकायत कर कार्यवाही की मांग किया था और कलेक्टर को यह जानकारी दिया गया था कि जिला शिक्षा अधिकारी हेतराम सोम के द्वारा उनको गुमराह और दिग्भ्रमित किया गया है और जिन स्कूलों में शिक्षकों की आवश्यकता ही नहीं है, वहां शिक्षकों का ट्रांसफर कर दिया गया है।
छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसियेशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिष्टोफर पॉल ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी हेतराम सोम के द्वारा विगत 18 माह में फर्नीचर घोटाला, वेतन घोटाला, दो बार बर्तन घोटाला, अनुकंपा नियुक्ति घोटाला, शिक्षक भर्ती घोटाला, ट्रांसफर-पोस्टिंग घोटाला कर ना सिर्फ सरकार की छवि को धुमिल किया जा रहा है, बल्कि अब नवपदस्थ कलेक्टर को भी दिग्भ्रमित किया जाकर उनकी भी छवि धुमिल करना का प्रयास किया गया है।
श्री पॉल का कहना है कि उनके द्वारा विगत 18 माह से की जा रही शिकायतों पर उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन कर कार्यवाही किया जाना चाहिए, इसके लिए कलेक्टर से मांग किया गया है।