छत्तीसगढ़

हम सब मिलकर गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के सपने को साकार करने की दिशा में बढ़ रहे हैं

कृषि एवं जल संसाधन मंत्री ने विकास प्रदर्शनी का किया अवलोकन

 गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के सपने को साकार करने की दिशा में बढ़ रहे हैं : मंत्री श्री रविन्द्र चौबे

कृषि एवं जल संसाधन मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने आज अपरान्ह साइंस कॉलेज मैदान में राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य एवं राज्योत्सव के उपलक्ष्य में विभिन्न विभागों द्वारा विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के प्रदर्शन के लिए लगी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने विभागों द्वारा जन सामान्य की जानकारी के लिए विभागीय योजनाओं की प्रभावी प्रस्तुति एवं प्रचार सामग्री की सराहना की और इसके लिए राज्य शासन के सभी विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी। मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि प्रदर्शनी का अवलोकन छत्तीसगढ़ राज्य के विकास की सुखद अनुभूति है। हम सब मिलकर नवा छत्तीसगढ़ गढ़बो के सपने को साकार करने की ओर बढ़ रहे हैं।

 मिलकर गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के
कृषि मंत्री श्री चौबे ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में खेती किसानी को समृद्ध बनाने और राज्य की जलवायु के आधार पर कृषि एवं उद्यानिकी फसलों के प्रोत्साहन हेतु किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उद्यानिकी विभाग की प्रदर्शनी में चाय और कॉफी की जशपुर एवं बस्तर जिले में खेती के प्रदर्शन को उन्होंने सराहा और कहा कि राज्य शासन के इस प्रयास में जशपुर एवं बस्तर अंचल के कृषकों का अच्छा रूझान देखने को मिल रहा है।

का डोम इस वर्ष भी मुख्य आकर्षण का केंद्र बना हुआ है
प्रदर्शनी स्थल पर कृषि विभाग का डोम इस वर्ष भी मुख्य आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यहां मछली पालन, पशुपालन, कृषि आदि के प्रदर्शनी के बीच उद्यानिकी की जीवंत प्रदर्शनी में खासी भीड़ देखने को मिली। छत्तीसगढ़ राज्य की कृषि जलवायु क्षेत्र के मद्देनजर बने राज्य के नक्शे पर प्रत्येक जिले के मुख्य उत्पाद को दर्शाया गया। बागवानी की जीवंत प्रदर्शनी में छोटा तालाब बनाकर मखाना की खेती, ओवरहेड टैंक से ग्रेविटेशनल ड्रिप सिंचाई पद्धति, मल्चिंग में केले की खेती, विभिन्न प्रकार की भाजी, विभिन्न किस्म के आम की खेती, मशरूम उत्पादन, ड्रैगन फ्रूट आदि को दर्शाया गया है। उद्यानिकी विभाग के स्टाल में  विभिन्न किस्म के पौधे, जशपुर के प्रसिद्ध काजू, मशरूम, उद्यानिकी के प्रसंस्कृत उत्पाद जैसे जैम, आचार, सॉस, नेक्टर आदि स्टॉल पर विक्रय में उपलब्ध हैं। जल संसाधन विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में राज्य में सिंचाई क्षमता के विस्तार हेतु किए जा रहे कार्यों को मॉडल के रूप में प्रदर्शित किया गया है।

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