राजनांदगांव: “मास्क नहीं सामान नहीं” व्यापारियों को सतर्कता बरतने का चेंबर ने किया आग्रह
राजनांदगांव । जिले में बढृ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों के आकड़ों को ध्यान में रखते हुए राजनांदगांव चेंबर ऑफ कार्मस ने व्यापारियों से अपील की है कि हमें सतर्कता और सुरक्षा के उपाय स्वविधिक से शुरू कर देना चाहिए। व्यापारियों को मास्क नहीं सामान नहीं के पोस्टर अपने दुकानों के बाहर चस्पा करना चाहिए साथ ही कर्मचारियों को मास्क लगाने के साथ – साथ ग्राहकों को भी मास्क लगाने की अनिवार्यता सुनिश्चित करें।
चैंबर के प्रदेशमंत्री राजा माखीजा ने इस संबंध में जिले के सभी बड़े शहरों , डोंगरगांव, डोंगरगढ़, खैरागढ़, छुईखदान, गंडई, छुरिया, चिचोला, चौकी बांधा, मानपुर, मोहला, सहित ग्रामांचल के व्यापारियों से इस बारे में चर्चा कर कोरोना से बचने के उपायों के बारे में चर्चा एवं विचार – विमर्श किया जाएगा।
चेम्बर के जिलाध्यक्ष शरद अग्रवाल ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज जिला इकाई राजनांदगांव द्वारा मास्क नहीं सामान नहीं अभियान पुन: चलाया जा रहा है चेम्बर द्वारा यह संदेश दिया जा रहा है, कि किसी भी व्यक्ति को अगर मास्क नहीं लगा हुआ है, तो उनसे निवेदन करें कि मास्क लगाएं, व सामान ले जाएं, अन्यथा सामान नहीं दे। जिससे आने वाले सभी लोगों को सुरक्षा हेतु जागरूक किया जा सकेगा ग्राहकों के लिए यह समझाईश होगी की बिना मास्क के सामान नहीं मिलेगा ।
महामंत्री संजय रिजवानी एवं कार्यकारिणी अध्यक्ष सूरज खंडेलवाल ने कहा कि दुकान के बाहर रस्सी का घेरा बनाएं रखने, अधिकांश ग्राहकों को बाहर से ही सामानों की आपूर्ति करें , बार बार सैनिटाइजर लगाएं , नोट व पैसा भी सैनिटाइज कर लें । ग्राहकों को मास्क लगा होने पर ही सामान दें , अपने बच्चों को आवश्यक रूप से टीका लगाएं , गैरेज अथवा वाहनों से आने वाले सामानों को सैनिटाइज करें । वाहन के ड्राइवर मजदूर को भी पूर्ण सावधानी बरतने के लिए प्रेरित करें ।
चेंबर ऑफ कामर्स के प्रवक्ता विनेश चोपड़ा ने कहा कि कोरोना से बचना के लिए हमें शारीरिक दूरी का पालन करना चाहिए। अपने दुकान में भीड़ इक_ा होने नहीं देना चाहिए। हमारे क्षेत्र के व्यापारियों ने पूर्व में आए कोरोना के दो दौर में काफी अच्छा प्रयास व सहयोग किया है । हमें इस बार और अधिक सतर्कता और सावधानी बरतने की जरूरत है।
उक्त जानकारी कार्यकारी महामंत्री रेखचंद जैन द्वारा दी गई।