खैरागढ़ चुनाव जीतने के बाद ही मुख्यमंत्री ने खैरागढ़-छुईखदान – गंडई को अलग जिला बनाने की घोषणा की, देखे वीडियों
० ट्वीट कर खैरागढ़-छुईखदान-गंडई को जिला बनाने की घोषणा की
राजनांदगांव . खैरागढ़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव में जीत से उत्साहित मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हम 2023 का चुनाव भी जीतेंगे। उन्होंने कहा कि खैरागढ़ चुनाव में हमारे कार्यकर्ता और नेताओं को समझ में आ गया है कि इसके लिए कितनी मेहनत करनी पड़ेगी। बघेल ने कहा कि खैरागढ़ की जनता से किया गया हर वादा तय समय सीमा में पूरा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री निवास पर शनिवार की शाम को पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने इस जीत को सरकार के साढ़े तीन साल के कामों पर जनता की मुहर बताया। उन्होंने कहा कि साढ़े तीन साल में राज्य में अब तक चार विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव हुए हैं।
इन चारों चुनावों में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है, जो अपने आप में रिकार्ड है। एक सवाल के जवाब में बघेल ने कहा कि 1995 से खैरागढ़ की राजनीति देवव्रत सिंह के ईर्दगिर्द थी। 2018 के चुनाव में कांग्रेस तीसरे स्थान पर थी। इस वजह से वहां नीचले स्तर पर हमारा संगठन मजबूत नहीं था। लेकिन सभी ने मिलकर काम किया।
बघेल ने कहा कि भाजपा की इस हार से सबसे ज्यादा नुकसान डा. रमन सिंह का हुआ है। उन्होंंने इस चुनाव को चुनौती के रुप में लेते हुए सेमीफाइनल बताया था। खैरागढ़ से अपनी मातृभूमि बताते हुए रिश्तों की दुहाई दी थी। इसलिए यह उनके खुद के लिए आलार्मिंग है। भाजपा ने प्रदेश के अपने सभी नेताओं के साथ पड़ोसी राज्य के मुख्यमंत्री और दो केंद्रीय मंत्रियों को भी मैदान में उतारा फिर भी हार गई। इससे 2023 का परिणाम भी अपेक्षित है।
साथ ही उन्होेंने ट्वीट कर दी खैरागढ़-छुईखदान-गंडई को जिला बनाने की घोषणा की.