राजनांदगांव : नकली सोना गिरवी रखकर बैंक को चूना लगाने की कोशिश, व्यापारी गिरफ्तार, 48 लाख रुपये का ले चुका है लोन
आइसीआइसीआइ बैंक राजनांदगांव में नकली सोना गिरवी रखकर 48 लाख रुपये का लोन ले चुका है
भिलाई- बैंक में नकली सोने के जेवर गिरवी रखकर फर्जीवाड़ा करने वाला शातिर अंजोरा में पकड़ा गया है। आरोपित करीब 400 ग्राम नकली सोने के जेवर लेकर आइसीआइसी बैंक अंजोरा पहुंचा था। बैंक मैनेजर को जेवर पर संदेह हुआ तो उसने सोनार से जेवर की जांच कराई। जांच में जेवर नकली मिला। इसके बाद उसने अंजोरा चौकी पुलिस को इसकी जानकारी दी।
जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपित ने पुलिस को बताया कि उसने इसी तरह से आइसीआइसीआइ बैंक राजनांदगांव में नकली सोना गिरवी रखकर 48 लाख रुपये का लोन ले चुका है। गिरफ्तारी के बाद राजनांदगांव के कोतवाली थाना में आरोपित के खिलाफ एक और अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
पुलिस ने बताया कि दरोगा चाल नंंदई कुआं चौक राजनांदगांव निवासी राजेश लुनिया नाम का व्यक्ति बुधवार को आइसीआइसीआइ बैंक अंजोरा में गोल्ड लोन लेने के लिए पहुंचा था। आरोपित ने बैंक के मैनेजर हरजीत सिंह को बताया कि वो पहले राजनांदगांव के आइसीआइसीआइ बैंक में गया था। लेकिन, वहां पर सर्वर धीरे होने के कारण यहां आया है।जेवर के वजन के बाद बैंक मैनेजर हरजीत सिंह ने आरोपित को 13 लाख रुपये का लोन स्वीकृत किया। लेकिन, जेवर की गुणवत्ता पर संदेह होने के कारण उसने लोन की राशि का भुगतान नहीं किया। इसके बाद सोनार से जेवर की जांच कराई तो जेवर नकली मिला। इसके बाद उसने अंजोरा चौकी पुलिस को जानकारी दी। जिसके बाद आरोपित के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया। आरोपित पूर्व में राजनांदगांव के आइसीआइसीआइ बैंक में नकली जेवर गिरवी रखकर 48 लाख रुपये का लोन ले चुका है।
पुलिस द्वारा लगातार बैंक में जाकर जागरूक किया जा रहा है। इसी के चलते बैंक मैनेजर ने सोने के जेवर को बारीकी से देखा। संदेह होने पर उसकी जांच कराई। जिसमें सोना नकली निकला। इसके बाद आरोपित गिरफ्तार किया गया। -सुधांशु बघेल, चौकी प्रभारी अंजोरा
JAMSHEDPUR RURAL : बहरागोड़ा में चोरी नहीं, नकली सोना देकर ठग लिये थे 3.10 लाख रुपये
BAHRAGORA : पूर्वी सिंहभूम जिले के बहरागोड़ा थाना क्षेत्र के पीडब्लयूडी चौक पर जामबनी गांव निवासी सुखदेव कामिला की बाइक पर लटके झोले से 3.10 लाख रुपये चोरी होने का मामला झूठा निकला. रुपयों की चोरी नहीं हुई थी, बल्कि सुकदेव ठगी का शिकार हुआ था. यह बात खुद ठगों ने पुलिस को बतायी. पुलिस ने इस मामले में ओडिसा के जाजपुर निवासी धरम राज और रामबाबू को गिरफ्तार किया, जिन्होंने पुलिस को सारी कहानी बताई. दरअसल, धरम राज और रामबाबू संपेरे हैं और लोगों को ताबीज बेचने का भी काम करते हैं. घटना के समय वे लोग पीडब्लयूडी चौक पर खड़े सुखदेव कामिला के पास गये थे और उसे सोने का एक मोती दिखाया था. सुखदेव पेशे से सोनार है. उसे यह डील सस्ती लगी. उसने 3.10 लाख रुपये में सोने का मोती खरीद लिया. धरम और रामबाबू रुपये लेकर चले गये. जब सुखदेव घर पहुंचा और मोती की जांच की तो वह नकली निकला. लेकिन उसने ठगे जाने की शिकायत करने के बजाय पुलिस को चोरी की झूठी कहानी सुना डाली. पुलिस ने दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.