छत्तीसगढ़

बलरामपुर : अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता सप्ताह का समापन : अब हमारे आदिवासी बच्चे भी पढ़-लिखकर प्रशासनिक अधिकारी बनना चाहते हैं:-विधायक बृहस्पत सिंह

उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वयंसेवी शिक्षकों को किया गया सम्मान
साक्षरता सप्ताह में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को किया गया पुरूस्कृत

बलरामपुर अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर जिले में 08 सितम्बर से 14 सितम्बर 2022 तक साक्षरता सप्ताह का आयोजन किया गया और आज हिन्दी दिवस के अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता सप्ताह का समापन शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बलरामपुर में किया गया। कार्यक्रम में सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं रामानुजगंज विधायक बृहस्पत सिंह, कलेक्टर विजय दयाराम के. एवं जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी रीता यादव शामिल हुए। इस अवसर पर अतिथियों ने हिन्दी दिवस की सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए विधायक बृहस्पत सिंह ने कहा कि साक्षरता अभियान का मतलब है कि असाक्षरों को साक्षर बनाना। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शिक्षा के क्षेत्र में अनेक कार्य किये हैं। मुख्यमंत्री की पहल से दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले हमारे आदिवासी बच्चे भी शहर के बच्चों की तरह अच्छे स्कूल में शिक्षा प्राप्त कर सके, इसके लिए स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल प्रारंभ की गई है। जहां अब हमारे आदिवासी बच्चे भी पढ़-लिखकर प्रशासनिक अधिकारी बनना चाहते हैं। उन्होंने उपस्थित छात्र-छात्राओं से कहा कि आप देश के भविष्य हैं तथा अच्छी शिक्षा प्राप्त कर आप सभी जिले का नाम रौशन करें।
कलेक्टर विजय दयाराम के. ने कहा कि साक्षरता से संबंधित विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखे तथा पालन करें। उन्होंने कहा कि आप लोगों को डिजिटल, विधिक, वित्तीय साक्षरता का भी ज्ञान होना चाहिए, बदलते समय के साथ-साथ खुद को भी परिवर्तित करें। कलेक्टर ने कहा कि हम अपने भाग-दौड़ भरी जिन्दगी में अपनी संस्कृति और त्यौहार को भूल जाते हैं, इसकी भी जानकारी हमें होनी चाहिए, इससे हमारा जुड़ाव माटी से बना रहता है, जिस दिन हमारा जुड़ाव माटी से खत्म हो जायेगा उस दिन हमारा अस्तिव भी मिट जायेगा।
साक्षरता सप्ताह के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम एवं प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमें रंगोली, चित्रकला, भाषण, निबंध प्रतियोगिताएं शामिल थी। आयोजित प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं पुरूस्कृत तथा साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वयंसेवी शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया, साथ ही उपस्थित सभी ने अपने आसपास के 10 असाक्षरों को उत्साहित कर उन्हें पढ़ाने के लिए राजी करने हेतु संकल्प लिया।
इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष सुन्दरमणी मिंज, जिला शिक्षा अधिकारी के.एल.महिलांगे, जिला परियोजना अधिकारी साक्षर भारत ओ.पी.गुप्ता, खण्ड शिक्षा अधिकारी जय गोविंद तिवारी, स्वामी आत्मानंद हिन्दी माध्यम विद्यालय के प्राचार्य विमल दुबे, शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य सुनिल एक्का सहित शिक्षकगण छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

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