छत्तीसगढ़दन्तेवाड़ा जिला (दक्षिण बस्तर)

दंतेवाड़ा : पखनाचुआ में खोदा गया बोर ,अब नहीं पीना पड़ेगा चुआ का पानी : कलेक्टर दीपक सोनी ने की त्वरित कार्यवाई

दंतेवाड़ा-जिले के अधिकांश गांव धुर नक्सली, पहाड़ी से घिरे, घने वन, नदी, नालों, दुर्गम रास्तों के मध्य स्थित हैं जहां तक पहुंच पाना आसान नहीं है।यहाँ रहने वालों के जीवन की कल्पना कोई सामान्य गांव या शहर का व्यक्ति नहीं कर सकता। इन्हें अपने जीवन यापन में विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। चाहे वह भोजन, आवास, शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी या अन्य साधनों की हो। कटेकल्याण के पखनाचुआ ग्राम टाकोपारा के निवासियों को भी पीने के पानी की उपलब्धता के लिए जूझना पड़ता था। वो सालों से पहाड़ों में स्थित ‘चुआ’ गढ्ढे के पानी को पीकर जीवन यापन कर रहे थे। जिसका पता चलते ही जिला कलेक्टर दीपक सोनी ने त्वरित कारवाई करते हुए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी को बोरवेल खनन के निर्देश दिये। दो दिन के अंदर बोरवेल खनन कर लिया गया। जिससे अब ग्रामीणों को चुआ का पानी नहीं पीना पड़ेगा। खुश होकर ग्रामीणों ने  सोनी को इस कार्य के लिए धन्यवाद दिया। सोनी का कहना है कि जिला प्रशासन का कार्य जिले के सीमा के आखिरी व्यक्ति तक तमाम सुविधाएं मुहैया कराना है, चाहे उन्हें कठिनाइयों से ही क्यूं न गुजरना पड़े। उनकी समस्याओं का तुरंत निराकरण किया जायेगा। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के कार्यपालन अभियंता जी पी नेताम ने बताया कि वर्तमान में उनके पास 28 बोर खनन के आदेश है, जहां  कार्य प्रगति पर है। साथ 150 स्थानों पर बोरवेल खनन भी किया जाएगा जो जल्द ही पूर्ण किये जायेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि ऐसे पहूंच विहीन स्थल जहाँ बोरवेल खनन मशीन नहीं पहुंच सकते वहां भी पानी की उपलब्धता अन्य माध्यमों से कराई जाएगी।

advertisement
advertisement
advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button