छत्तीसगढ़जशपुर जिला

जशपुरनगर : जिला प्रशासन ने 22 वर्षीय गंगा राम के जांघ के कुल्हे का रायपुर मेकाहारा में कराया सफल ऑपरेशन 

जनदर्शन में आवेदन दिया था,
कलेक्टर ने तत्काल आवेदन को संज्ञान लेकर ऑपरेशन की व्यवस्था कराया 
जिला प्रशासन को धन्यवाद देते गंगा राम ने बताया पहले चल-फिर नहीं पा रहा था, अब चल-फिर पा रहा हूॅ।
जिला प्रशासन ने सही समय पर मेरी सहायता करके मेरी जान बचा दी है और मेरा 3 लाख का खर्चा भी बच गया 

जशपुरनगर, 23 दिसम्बर 2022

पत्थलगांव विकासखण्ड के ग्राम घोघरा निवासी गंगा राम के जांघ के कुल्हे का सफल ऑपरेशन रायपुर के मेकाहारा में कराया गया है। गांगा राम ने बताया कि जिला प्रशासन के सहयोग और कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के पहल से ऑपरेशन हो गया है और अब चलने-फिरने में उनको दिक्कत नहीं हो रही है। 
    गंगा राम ने बताया कि जब वे 18 साल के थे तब उनको बीमारी का पता चला। चलने-फिरने में बहुत दिक्कत होती थी। 22 वर्ष की उम्र आने तक बीमारी बहुत बढ़ गया। बीमारी का पता चलने पर उन्होंने रायगढ़ जिले के लैलूंगा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में अपना ईलाज करवाया। वहॉ के डॉक्टरों ने बताया कि बीमारी बढ़ गई है। इसका ऑपरेशन करना बेहद जरूरी है। उसके बाद उन्होंने जशपुर जिले के पत्थलगांव विकासखण्ड के कोतबा स्वास्थ्य केन्द्र में भी अपना ईलाज करवाया। वहॉ के डॉक्टरों ने भी कहा कि रायपुर में ही इसका ईलाज संभव है और खर्च भी अधिक आएगा। लगभग 3 लाख का खर्च डॉक्टरों ने बताया। 
    गंगा राम ने बताया कि घर की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब थी। ऊपर से चलने-फिरने में भारी दिक्कत। सर से माता-पिता का साया भी उठा चुका था। घर की जिम्मेदारी बड़े बाई और छोटी बहन के ऊपर थी। ऐसे में बड़े ऑपरेशन का खर्च वहन कर पाना संभव नहीं था। उन्होंने बताया कि गांव के लोगों ने सलाह दिया कि जशपुर जिले के कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल से संपर्क करके बीमारी के बारे में अवगत करावें। गंगा राम ने बताया कि बड़ी उम्मीद और विश्वास के साथ बड़े भाई साथ जशपुर जा करके कलेक्टर जनदर्शन में आवेदन लगाया और कलेक्टर ने गंभीरता से आवेदन को लेते हुए जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सालय अधिकारी को संपर्क करके मेरे ईलाज की व्यवस्था रायपुर मेकाहारा में करवाया गया। और पूरा खर्च आयुष्मान कार्ड से वहन कर लिया गया। ऑपरेशन के लिए मुझे एक भी पैसे खर्चे नहीं करने पड़े। आज मेरा ऑपरेशन सफल हो गया। गंगा राम ने बताया कि पहले चल-फिर नहीं पा रहा था। अब चल-फिर रहा हू। जिला प्रशासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रशासन ने सही समय पर मेरी सहायता करके मेरी जान बचा दी है। 

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