छत्तीसगढ़राजनांदगांव जिला

राजनांदगांव : अल्टीमेटम के बाद भी धान का उठाव नहीं तीनों जिले में आज बंद रहेगी धान खरीदी

राजनांदगांव अल्टीमेटम के बाद भी धान का परिवहन नहीं होने के कारण 4 दिसंबर को तीनों जिले में धान खरीदी नहीं की जाएगी। माहभर बाद भी उठाव धीमा है जिसके चलते जिला सहकारी समिति कर्मचारी संघ ने खरीदी नहीं करने का निर्णय लिया है। जिलेभर के समिति कर्मचारी कल गोंडवाना भवन में एक बैठक कर धान खरीदी एवं परिवहन को लेकर रणनीति तैयार करेंगे।

अधिकांश केन्द्रों में धान जाम है जिसका उठाव करने की मांग पर सप्ताहभर पहले ही समिति कर्मियों ने ज्ञापन सौंपा था वहीं खरीदी बंद करने की चेतावनी दी थी। एक नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू की गई थी लेकिन शुरूआत से ही परिवहन की गति काफी धीमी चल रही है। एमएमसी जिले में माहभर बाद हालही में परिवहन शुरू किया गया है। तीनों जिले में करीब 23 लाख क्विंटल धान खरीदी हो चुकी है। खरीदी के मुकाबले परिवहन धीमा होने से धान जाम है। अधिकांश केन्द्रों में लिमिट से पांच गुना ज्यादा खरीदी हुई अब और धान रखने की जगह नहीं है। समिति कर्मचारियों को धान का रख-रखाव करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दूर-दराज केन्द्रों में यही स्थिति है। अधिकांश केंद्रों में धान जाम के हालात। मौसम वैज्ञानिकों ने दिसंबर के पहले सप्ताह में बारिश के संकेत दिए है। मंगलवार से गुरूवार तक बारिश की संभावना होने के कारण समिति कर्मियों का टेंशन बढ़ा हुआ है। केन्द्रों से धान का उठाव नहीं होने पर सूखत के कारण शॉर्टेज की समस्या होती है। धान का वजन कम होगा जिसमें उपार्जन केंद्र प्रभारियों को व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार मान कर उनके कमीशन से भरपाई कराई जाती है कर्मचारी प्रताड़ित होते हैं। विगत वर्ष भी उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा था उन्होंने धान उठाव में तेजी लाने की मांग पर लंबे समय तक प्रदर्शन किया था। राजनांदगांव जिले में 34971 किसानों से 1535842 क्विंटल धान खरीदा गया। करीब 33696 लाख रुपए का भुगतान किया गया। लिंकिंग से 118112 लाख कर्ज वसूली की, 325803 क्विंटल धान का परिवहन हुआ। केसीजी जिले में 16826 किसानों से 817002 क्विंटल धान खरीदा, वहीं 17914 लाख का भुगतान, लिंकिंग से 72 करोड़ 48 लाख वसूली हुई। 52180 क्विंटल धान का परिवहन हो चुका है। एमएमसी जिले में 7908 किसानों से 348091 क्विंटल धान की खरीदी हुई। 76 करोड़ 54 लाख का भुगतान, लिंकिंग से 2268.64 लाख कर्ज वसूला यहां 17590 क्विंटल धान का परिवहन हुआ है। प्रदेश में सरकार बनने का इंतजार भी खत्म भाजपा और कांग्रेस पार्टी की समर्थन मूल्य बढ़ाने, कर्ज माफी, बोनस देने एवं 21 क्विंटल धान खरीदी करने जैसी घोषणाओं को ध्यान में रख किसानों को भी सरकार बनने का इंतजार था। अब इंतजार खत्म हो चुका है। ऐसे में आगामी दिनों में धान की आवक और बढ़ने की संभावना है। वहीं जिले के मिलर्स का 200 करोड़ एवं प्रदेश में 5 हजार करोड़ रुपए का भुगतान अटका पड़ा है। परिवहन नहीं होने का यह भी प्रमुख कारण है। अब किसानों और मिलर्स ने प्रदेश की नई सरकार से आस लगा रखी है। एफसीआई भी इस माह चावल लेगा।

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