युद्धवीर सिंह जूदेव को अंतिम विदाई दी, विदाई देने उमड़ा पूरा शहर
छत्तीसगढ़ भाजपा के फायर ब्रांड नेता और पूर्व विधायक युद्धवीर सिंह जूदेव को जशपुर में लोगों ने अंतिम विदाई दी। उन्हें विदाई देने शहर में भारी जनसैलाब उमड़ पड़ा। छोटू बाबा के नाम से मशहूर जूदेव को विदाई देने इतनी भीड़ पहुंची कि रास्ते में चलने तक जगह तक नहीं बची। बच्चों से लेकर बूढ़े तक हर कोई युद्धवीर को विदा देने के लिए रास्ते में निकल आए। 20 सितंबर को महज 39 साल की उम्र में युद्धवीर सिंह जूदेव का बंगलूरू के एक अस्पताल में निधन हो गया था। लिवर की समस्या के चलते उनका निधन हुआ था।
अंतिम यात्रा के दौरान पैलेस से लेकर एनईएस कॉलेज तक दो किमी लंबी सड़क के दोनों ओर लोगों की भीड़ जुट गई। लोग युद्धवीर के अंतिम दर्शन के लिए खड़े नजर आए। शहर के बांकी नदी स्थित मुक्तिधाम में राजकीय सम्मान के साथ युद्धवीर को अंतिम विदाई दी गई। उनकी चिता को मुखाग्नि उनके भतीजे शौर्यप्रताप सिंह जूदेव ने दी।
युद्धवीर की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए जशपुर जिला सहित प्रदेश भर से लोगों के पहुंचने का सिलसिला सुबह से ही शुरू हो गया था। बुधवार को लगातार तीसरे दिन शहर की सभी दुकानें व सब्जी मंडी बंद रही। दोपहर करीब 12 बजे विजय विहार पैलेस से युद्धवीर के शव की अंतिम यात्रा निकाली गई। विजय विहार पैलेस से ही अंतिम यात्रा में हजारों की भीड़ शामिल हो गई। सड़क पर भीड़ इतनी ज्यादा थी कि पैर रखने को भी जगह नहीं थी।
अंतिम यात्रा में शामिल लोग जब तक सूरज चांद रहेगा युद्धवीर तेरा नाम रहेगा का नारा लगा रहे थे। अंतिम यात्रा भागलपुर चौक से रणजीता स्टेडियम, महाकालेश्वर मंदिर, जिला अस्पताल, महाराजा चौक, लक्ष्मीगुणी मंदिर, बस स्टैण्ड, कॉलेज रोड होते हुए बांकी नदी स्थित मुक्तिधाम पहुंची। हजारों की भीड़ के साथ अंतिम यात्रा में सैकड़ों गाड़ियों का काफिला भी था।