छत्तीसगढ़राजनांदगांव जिला

राजनांदगांव: पर्या तत्वों का संरक्षण – संवर्धन सामयिक आवश्यकता – द्विवेदी

राजनांदगांव. शासकीय कमला देवी राठी महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजनांदगांव के स्नातकोत्तर भूगोल विभाग द्वारा विश्व वानिकी दिवस एवं विश्व जल दिवस के महत्तम परिप्रेक्ष्य में संस्था प्राचार्य डॉ. आलोक मिश्रा के प्रमुख निर्देशन में विषयक छात्राओं के लिए विशेष जनजागरूकता व्याख्यान आयोजित किया गया। पर्यावरण के मूल आधार तत्वों जल, मिट्टी, वायु संरक्षण – संवर्धन को सहज अभिप्रेरित व्याख्यान में विभागाध्यक्ष कृष्ण कुमार द्विवेदी ने छात्राओं को बताया कि पृथ्वी पर जीवन एवं सभ्यता का मूल आधार तत्व जल ही है और जल ही जीवन है तथा समग्र पर्यावरण संतुलन का आधार सदा सर्वदा से सघन-गहन हरियाली वन प्रांतर रहे हैं। वर्तमान समय में बढ़ते जल, वायु, मिट्टी प्रदूषण एवं बिगड़ते पारिस्थितिक संतुलन तथा समाप्त होती जैव-वानस्पितक विविधता ने संपूर्ण देश-धरती में भू-मंडलीय तापन, जलवायु परिवर्तन जैसे पर्यावरणीय, गहन-संकट ने अतिमहत्वपूर्ण प्राकृतिक चक्रो – जल, आक्सीजन, नाइट्रोजन और अवसादी चक्रों को बाधित कर दिया है इसी कारण चतुर्दिक पर्यावरण संकट, प्राकृतिक आपदाएं बढ़ रही हैं। इनसे बचने एवं नियंत्रण के लिए ही यूएनओ ने आम जन-जन को जागरूक करने के लिए प्रतिवर्ष विश्व वानिकी दिवस एवं विश्व जल दिवस मनाना घोषित किए गए हैं। आगे प्राध्यापक द्विवेदी ने छात्राओं को विशेष रूप से आह्वान्वित किया कि हमारे भारतीय सनातन संस्कृति, वैदिक ज्ञान तथा आदर्श शिक्षा परंपरा में वन-वृक्ष- लताओं तथा जल को देवतुल्य मानते हुए इन्हें पवित्र रखने एवं इनके पूजन के साथ-साथ अनिवार्य संरक्षण-संवर्धन की उल्लेखनीय और अनुकरणीय परंपराएं स्थापित की है। इसीलिए प्रतिवर्ष मेलों में इन पर्यातत्वों के पूजन के साथ-साथ विभिन्न पर्वो, उत्सवों और मेलों में इनके पूजन के साथ संरक्षण, संवर्धन के व्रत संकल्प लेकर व्यवहारिक पहल की जाती रही है। ऐसे में वर्तमान नव-युवा-छात्र-पीढ़ी को वनस्पत्ति जल संरक्षण के लिए हमेशा जागरूक होकर घर-परिवार, समाज में विशेषकर दैनिक चर्या में पेड़-पौधों और जल का संरक्षण के लिए जागरूक रहना चाहिए। व्याख्यान के अंत में छात्राओं को वन-वृक्ष, जल संरक्षण, संवर्धन का संकल्प दिलाया गया तथा जल वन संरक्षण संबंधी स्लोगन का वाचन किया गया। सामयिक व्याख्यान माला का आयोजन एवं समन्वय भूगोल परिषद की वरिष्ठ छात्राओं द्वारा किया गया।

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