छ.ग. सर्व रविदास समाज सेवा समिति का गठन: छ.ग. सर्व रविदास समाज के प्रदेश अध्यक्ष बने डॉ. के. एल. टाण्डेकर
संगठित समाज ही उन्नति के रास्ते पर होता है अग्रसर: डॉ. के. एल. टाण्डेकर
राजनांदगांव। स्थानीय संत शिरोमणि रविदास भवन बजरंगपुर नवागॉव में छत्तीसगढ़ सर्व रविदास समाज सेवा समिति का गठन किया गया, जिसमें सर्वसम्मति से डॉ. के.एल.टाण्डेकर प्राचार्य, शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय राजनांदगॉव को प्रदेश अध्यक्ष चुना गया। राजनांदगॉव में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जिलों क्रमशः दुर्ग, बालोद, धमतरी, रायपुर, महासमुन्द, गरियाबंद, कोरबा, बिलासपुर, बलौदाबाजार, मुंगेली, कबीरधाम, बेमेतरा से सामाजिक बन्धुगण बड़ी संख्या में उपस्थित हुए। डॉ.के.एल टाण्डेकर ने कार्यक्रम की भूमिका एवं आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रदेश में रविदास समाज की विशिष्ट पहचान बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने आव्हान किया कि रविदास समाज के सभी घटक आपस में मिलकर एक मंच पर आयें, क्योंकि संगठित समाज ही उन्नति के रास्ते पर अग्रसर होता है। डॉ. श्रवण कुमार लांझेवार, प्रांतीय उपाध्यक्ष अहिरवार समाज ने कहा कि हमारी उर्जा को सही दिशा में लगाना है, क्योंकि एकता से ही विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। मनोज सेवतकर, युवा अध्यक्ष, रविदास समाज रायपुर ने कहा कि सोच में परिवर्तन से ही समाजिक विकास को गति प्राप्त होगी। विजय मेहरा प्रदेश अध्यक्ष मेहर समाज ने कहा कि हम सबको समाज विकास के बारे में सोचना है। स्वयं के स्वार्थ को छोड़कर समाज हित में कार्य करना है। हम सब प्रदेश के रविदास समाज के अनुयायी एकजुट रहें। विनोद अहिरवार प्रांतीय संगठन सचिव, अहिरवार समाज ने अपने उदबोधन में कहा कि समाज को एक मंच पर लाने का प्रयास सराहनीय है। यदि हम संगठित रहेंगे तो शासन को हमारी समस्याओं का समाधान करना ही पड़ेगा। रामेश्वर राठौर प्रदेश महासचिव रविदास समाज रायपुर ने कहा कि बच्चे पढ़ लिख कर समाज सेवा के कार्य में जुड़े, गरीबों की हर संभव मदद करें। श्रीमती जयमाला मंडराहा रविदास समाज रायपुर ने कहा कि महिला संस्कार देती है, समाज विकास के लिये महिलाओं की अहम भूमिका होनी चाहिये। परसूराम रामेकर प्रदेश अध्यक्ष अहिरवार समाज ने कहा कि समाज को नए स्वरूप में गठित किया जाना है। संत रविदास जी का जीवन चरित्र हम सब के लिये अनुकरणीय है।
रामेकर जी ने सभा को संविधान की शपथ दिलायी। कन्हैयालाल सोनवानी बलौदाबाजार ने कहा कि हम संगठित होकर अपनी बात शासन तक पहुॅचा सकते है। डॉ. मानिक खरे पूर्व अध्यक्ष अहिरवार समाज ने कहा कि हम सबको समाज हित के लिये एक सूत्र में बंधकर कार्य करने की आवश्यकता है। आर.पी. लहरी ने कहा कि सभी घटक संत रविदास जी की जयंती एकसाथ मनायें, सामाजिक कुरीतियॉ दूर हों, पुरानी विचारधारा को त्यागकर नये विचारधारा को आत्मसात करें। सुनील रामटेके बौद्ध समाज ने कहा कि बौद्ध समाज एवं रविदास समाज एक होकर सम्मिलित होकर कार्यक्रम करायें ताकि प्रदेश में एकजुटता दिखे, इतिहास बने। किशोर कन्नौजे संरक्षक मेहर समाज ने कहा कि रविदास समाज एक नये स्वरूप में उभर कर आना चाहिये। बैठक में निर्णय लिया गया कि महिला प्रकोष्ठ एवं युवा प्रकोष्ठ का गठन बाद में किया जायेगा। इस सभा में मुख्य रूप से पी.आर.झाडे़, इठोवा चौहान, निर्मल खरे, योगराज जगने, अनुसुईया जगने, माताभीख अनोखे, गांधीतनय टांडिया, जीवन भोन्डेकर, आर.पी.लान्झकर, मेवालाल असैय्या, माधो टाण्डेकर, कन्हैया खरे, किशोर कन्नौजे, कन्हैया लहरे, छोटेलाल बांधेकर, डॉ. एस.आर.कन्नौजे, हरीश टाण्डेकर, महेश टाण्डेकर, एम.के.जगने, धर्मेन्द्र कोरे, जनक बर्वे, सतीश टाण्डेकर, खुशाल भाण्डेकर, बालाराम कोलते, सुनील रामटेके, के.एल.चौधरी, शिव झाड़े, मनराखन कन्नौजे, अनिल मोहबे, अनिल कन्नौजे, विजय चौरे, दयालू अहिरवार, सुरेश लांझे, उमेंद लांझी, केशव खरे, पुरूषोत्तम अहिरवार, मुन्ना लांझी, अशोक अहिरवार, रामकुमार अहिरवार, शत्रुहन हठीले, कविराज बिंझलेकर सहित अन्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम में प्रभावी मंच संचालन एवं अंत में आभार प्रदर्शन सर्व जिला रविदास समाज सेवा समिति राजनांदगॉव के महासचिव पी.आर.झाड़े ने किया।