छत्तीसगढ़

राहुल साहू के रेस्क्यू ऑपरेशन पर बनेगी फिल्म, सीएम भूपेश बघेल ने किया एलान

छत्तीसगढ़ में सबसे बड़े बोरवेल रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रेस्क्यू टीम को सम्मानित किया है. सीएम हाउस में गुरुवार को दोपहर कार्यक्रम रखा गया जहां एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन समेत सभी विभागों के कर्मचारी, अधिकारियों को सम्मानित किया गया है. इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक राहुल के रेस्क्यू ऑपरेशन की चुनौती दिखाने किए फिल्म बनाने की बात कही है.

सीएम ने कहा- नजरूल ने जान जोखिम में डालकर बचाई राहुल की जान

दरअसल जांजगीर चांपा के पिहरीद गांव में 11 साल का बच्चा राहुल साहू 10 जून को बोरवेल में गिर गया था. जिसे बाहर निकालने के लिए अब तक सबसे बड़ा बोरवेल रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया. जो करीब 104 घंटे तक चला और राहुल को रेस्क्यू टीम ने बचा लिया. इस बड़ी सफलता पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रेस्क्यू टीम को सम्मानित किया है.

वहीं इस दौरान बोरवेल में सबसे पहले राहुल को देखने वाला और राहुल को निकालने के लिए एक टनल में काम करने वाला नजरूल अपनी जान जोखिम में डालकर राहुल को निकालने में जुटा था. नजरूल को भी सम्मानित किया गया है. 

रेस्क्यू ऑपरेशन पर फिल्म बननी चाहिए

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सम्मान समारोह में कहा कि चुनौती बहुत बड़ी थी पर हिम्मत और जोश में कोई कमी नही थी. जहां आवश्यकता थी वो सारे लोग उपस्थित रहे. मशीनरी उपलब्ध होती गयी. जैसे ही सूचना मिली सारी टीम, जो भी एक्सपर्ट थे सभी को सूचना दी गई. 5 दिन तक लगातार 24 घण्टे काम करते हुए आप थके नहीं.

सीएम ने कहा कि एक बच्चे (नजरुल) ने दूसरे बच्चे को बचाने में मदद की. निश्चित रूप से जितनी प्रशंसा की जाए कम है. संकट कभी बता कर नहीं आती और भी रेस्क्यू हुए हैं परंतु यह 104 घंटे का सबसे लंबा ऑपरेशन हुआ. बच्चे नजरुल को और पूरी टीम को राज्योत्सव में सम्मानित करेंगे. आगे उन्होंने कहा कि एक फ़िल्म बननी चाहिए ताकि लोग देखें समझे और भविष्य के लिए भी सीख हो. प्रदेश और पूरा देश आपके इस अनुभव को देखेगा समझेगा.

 रेस्क्यू ऑपरेशन पर आईजी ने कहा-‘छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया’

सम्मान समरोह में जांजगीर-चांपा के कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला ने  रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल को सकुशल निकालना है. लेकिन बोरवेल के अंदर जहरीला सांप भी था और राहुल को हर हाल में बाहर निकलना था. फिर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने मोर्चा संभाला पर समय बीतने के साथ बचाव दल के रास्ते में अनेक कठिनाइयां आई.

इस दौरान मुख्यमंत्री लगातार बचाव कार्य का अपडेट लेते रहे. बचाव कार्य के दौरान आसपास के गांव वालों ने आगे बढ़कर दल का सहयोग किया है. इसके अलावा बिलासपुर आईजी रतनलाल डांगी ने कहा कि इस अभियान ने साबित कर दिखाया कि छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया, हम लगातार एक-दूसरे से बात कर रहे थे. मुख्यमंत्री ने राहुल की दादी से वादा किया था कि हम तुम्हारे नाती को वापस लायेंगे, इसी वादे से हमें भी हिम्मत मिली.

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