CGPSC: प्रीलिम्स परीक्षा में पूछे गए सवाल पर ओपी चौधरी ने लगाए ये गंभीर आरोप, कहा- जानबूझकर कर रहे ऐसा…, भेंट-मुलाकात प्रश्न को बताया स्तरहीन
आईएएस से नेताजी बने छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी ने सीजीपीएससी की परीक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। ओपी चौधरी ने कहा कि कुछ प्रश्नों में सही विकल्प ही नहीं दिया गया, जबकि कुछ प्रश्नों के विकल्प में 200 वर्षों का अंतर था।
आईएएस से नेताजी बने छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी ने सीजीपीएससी की परीक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। ओपी चौधरी ने कहा कि कुछ प्रश्नों में सही विकल्प ही नहीं दिया गया, जबकि कुछ प्रश्नों के विकल्प में 200 वर्षों का अंतर था। अब बच्चों से यह पूछा जा रहा है कि राजनांदगांव में सीएम ने भेंट मुलाकात कब की, यह सब जानबूझकर इसीलिए किया जा रहा है कि एक गांव का गरीब व्यक्ति कभी आगे ना बढ़ सके।
सीजीपीएससी प्रे परीक्षा को लेकर राजनीति शुरू
भाजपा नेता ओपी चौधरी ने कहा, छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा में पूछे गए कुछ प्रश्नों में सही विकल्प ही नहीं दिया गया तो कुछ प्रश्नों के विकल्प में 200 वर्षों का अंतर था। इतना ही नहीं अब अभ्यर्थियों से यह पूछा जा रहा है कि राजनांदगांव में सीएम ने भेंट मुलाकात कब की। यह सब जानबूझकर इसीलिए किया जा रहा है कि एक गांव का गरीब व्यक्ति कभी आगे ना बढ़ सके।
उन्होंने कहा, इस प्रकार की स्तरहीन और अप्रांसगिक प्रश्नों को पूछकर भ्रष्टाचार की स्थिति को छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग में निर्मित किया जा रहा है। हमारे छत्तीसगढ़ के पीएससी भ्रष्टाचार, स्तरहीनता की पराकाष्ठा को पार कर रही है। यह गांव-गांव से आये बच्चों और उनके माता-पिता के साथ सबसे बड़ा अन्याय है।ओपी चौधरी ने कहा, देश के अन्य प्रदेशों की लोक सेवा आयोग संघ लोक सेवा आयोग के स्टैंडर्ड को मैच करके अपनी क्वालिटी और पारदर्शिता में सुधार ला रहे हैं। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार और स्तरहीन की स्थिति निर्मित हो रही है। जो गांव-गांव से आये बच्चों के साथ बहुत बड़ा धोखा है।