छत्तीसगढ़

मोहला : सहकारी समितियों में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहे खाद-बीज – कलेक्टर

– जिले में धान की फसल के बदले दलहन, तिलहन तथा लघु धान्य फसलों को बढ़ावा देने की आवश्यकता

– कलेक्टर ने खरीफ सीजन के लिए खाद-बीज की उपलब्धता एवं उठाव के संबंध में कृषि, सहकारिता, जिला विपणन एवं समिति प्रबंधकों की ली बैठक

मोहला । कलेक्टर श्री एस जयवर्धन ने आगामी खरीफ सीजन के लिए खाद-बीज की उपलब्धता, भण्डारण एवं उठाव के संबंध में कलेक्टोरेट सभाकक्ष में कृषि, जिला विपणन, सहकारिता विभाग के अधिकारियों एवं समिति प्रबंधकों की समीक्षा बैठक ली। कलेक्टर ने कहा कि शासन द्वारा किसानों की आय बढ़ाने के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से हरसंभव कार्य किए जा रहे हैं। कृषि एवं उससे जुड़े सभी सेक्टर इस दिशा में प्रतिबद्धतापूर्वक कार्य करें। उन्होंने कहा कि खरीफ सीजन में जिले के किसानों को किसी भी स्थिति में खाद-बीज की कमी की समस्या से जूझना न पड़े, इसके लिए सभी सुनिश्चित उपाय किए जाए। उन्होंने कृषि एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों को जिले के किसानों को समुचित मात्रा में खाद-बीज की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के सख्त निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने कृषि विभाग के अधिकारियों से जिले में खाद – बीज के भण्डारण एवं इसके उठाव तथा वर्मी कम्पोस्ट खाद के उत्पादन एवं बिक्री के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि खरीफ फसल के लिए सहकारी समितियों में खाद-बीज की कमी नहीं होनी चाहिए। अधिकारियों ने बताया कि जिले में पर्याप्त मात्रा में मांग के अनुसार धान बीज का भण्डारण कर लिया गया है। किसान अपने सुविधानुसार सहकारी समितियों से इसका उठाव कर रहे हैं। कलेक्टर ने समिति प्रबंधकों को गौठानों में निर्मित जैविक वर्मी कम्पोस्ट का भण्डारण करने के लिए निर्देशित किया। जिससे किसान खाद-बीज उठाव के साथ वर्मी कम्पोस्ट का भी उठाव कर सके। जिससे किसानों को परिवहन की सुविधा होगी।  
कलेक्टर श्री जयवर्धन ने कहा कि जिले में धान की फसल के बदले दलहन, तिलहन तथा लघु धान्य फसलों को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। इसके लिए किसानों को धान के बदले अन्य फसल लेने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होंने सभी ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को लक्ष्य निर्धारित कर इसे शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उसी के अनुसार बीज के लिए मांग पत्र बनाने के निर्देश दिए। जिससे पर्याप्त मात्रा में बीज उपलब्ध हो सके। कलेक्टर ने कहा कि गोधन न्याय योजना के तहत शासन द्वारा जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने वर्मी कम्पोस्ट के निर्माण तथा उसके बिक्री के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। निर्मित वर्मी कम्पोस्ट का उठाव सोसायटियों के माध्यम से खाद-बीज उठाव के समय सुनिश्चित कराने के निर्देश कृषि विभाग के अधिकारियों को दिए। नये गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन बढ़ाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, किसान क्रेडिट कार्ड जारी करने की प्रगति, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, बीज व उर्वरक गुण नियंत्रण की प्रगति, स्वायल हेल्थ कार्ड योजना के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। इस अवसर पर एसडीएम डॉ. हेमेन्द्र भुआर्य, उप संचालक कृषि श्री आरके पिस्दा, नोडल अधिकारी जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित जिला श्री एसएल ठाकुर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

advertisement
advertisement
advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button