आंगनवाड़ी सहायिका ने किया सुसाइड, परिजनों ने प्रताड़ना का आरोप लगाया, ससुर बोला- मानसिक बीमार थी
उज्जैन के ग्राम डाबरी थाना घट्टिया क्षेत्र में रहने वाली आंगनवाड़ी सहायिका ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। महिला के मायके पक्ष ने ससुरालवालों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है, तो वहीं मृतका के ससुर ने उसके मानसिक बीमारी से परेशान होने पर यह कदम उठाने की बात कही है। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पीएम कराया और जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार राधा परमार पति रवि परमार 30 वर्ष निवासी डाबरी घट्टिया ने घर में जहरीला पदार्थ खा लिया था। परिजन व पड़ोसी उसे लेकर घट्टिया अस्पताल गये जहां से राधा को उज्जैन रेफर किया गया। यहां अस्पताल में परीक्षण के बाद डॉक्टर ने राधा को मृत घोषित कर दिया। राधा के ससुर शिवनारायण ने बताया कि वह आंगनवाड़ी सहायिका थी। सास खेत पर गई थी। पति मान के कार्यक्रम में बहन के घर देवास गया था। ससुर शिवनारायण दुकान पर पोते के साथ था, उसी दौरान राधा ने जहरीला पदार्थ खाया। हालत बिगड़ने पर वह शोर मचाते हुए घर के बाहर निकली, जिसे पड़ोसियों ने देखा और परिजनों को सूचना देने के बाद अस्पताल लेकर गये। राधा परमार की मां कृष्णा और भाई आशीष निवासी नागदा जंक्शन ने ससुरालवालों पर आरोप लगाया कि राधा को पति रवि परमार और अन्य लोग प्रताड़ित करते थे। सात दिन पहले पति ने राधा की साड़ी में आग लगा दी थी। वह मायके आकर रह रही थी। सास ने फोन कर माफी मांगी और वापस ससुराल बुलाया था। हालांकि राधा के ससुर शिवनारायण का कहना था कि राधा की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। उसने पूर्व में भी दो बार फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।