राजनांदगांव।जिले की 28 प्रायवेट स्कूल बंद, प्रवेशित बच्चों को नही दिलाया किसी भी स्कूल में प्रवेश
० दोषी डीईओ पर कार्यवाही की मांग
राजनांदगांव। कोरोना काल में जिले में लगभग 28 प्रायवेट स्कूल इस सत्र 2020-21 में बंद हो चुके है और इसकी सूचना पीड़ित पालकों द्वारा डीईओ को सर्वप्रथम दिनांक 27 जुलाई 2020 को उनके समक्ष उपस्थित होकर लिखित में दिया गया था और जिसके पश्चात् पुनः दिनांक 29 सिंतबर 2020 और 21 दिसंबर 2020 को आग्रह किया गया था कि बंद स्कूलों से बच्चों को अन्य स्कूलों में प्रवेश दिलाया जावे, लेकिन डीईओ ने उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लिया और अब स्थिति यह है कि आरटीई के बच्चों के द्वारा स्वयं स्थानांतरण प्रमाण पत्र निकालकर स्कूल छोड़ रहे है।
छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसियेशन के जिला अध्यक्ष त्रिगुण सादानी का यह कहना है कि जिला शिक्षा अधिकारी ने आरटीई के अंतर्गत गरीब बच्चों को प्रायवेट स्कूलों में प्रवेश दिलाया गया और अब जब प्रायवेट स्कूल बंद हो रहे है तो उन प्रवेशित बच्चों की सुध नहीं लिया जा रहा है जो शिक्षा का अधिकार कानून का उल्लघंन है। गरीब बच्चों के जीवन व भविष्य को जान-बुझकर बर्बाद करने वाले जिला शिक्षा अधिकारी हेतराम सोम पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की मांग करते हुए पालकों ने उनके बच्चों को कानून के प्रावधानों के अनुसार अन्य स्कूलों में प्रवेश दिलाने कलेक्टर से मांग किया गया है।