समय पर अस्पताल नहीं आ रहे डाक्टर, मरीज हो रहे परेशान
राजनांदगांव (नईदुनिया न्यूज)। सरकारी अस्पतालों में डाक्टरों के आने का समय निर्धारित है और न ही जाने का। डाक्टर समय में ओपीडी भी नहीं पहुंच रहे हैं। इसके चलते मरीजों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हिंदू युवा मंच जिला इकाई ने शासकीय चिकित्सकों के ड्यूटी समय पर नहीं पहुंचने, समय से पूर्व ओपीडी कक्ष छोड़ने सहित अन्य मनमानी को लेकर कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपकर बताया कि निजी सेवाओं में मशगूल रहने के कारण ज्यादातर चिकित्सक तो अपने कैबिन में समय पर उपस्थित हीं नहीं हो रहे हैं। वहीं कई चिकित्सक उपस्थित होने के बावजूद भी कक्ष में नदारद रहते हैं। उन्होंने बताया कि वैश्विक महामारी कोविड-19 ने जिस प्रकार से जिले में अपना प्रभाव दिखाया है, स्थिति चिंताजनक है। जिले में पहली बार एक हजार का आंकड़ा पार होकर रिकार्ड 1029 पाजिटिव मरीज मिले हैं। अस्पताल में गंभीर मरीजों का तो कोई माई-बाप नहीं है। निजी सेवा देकर पैसे कमाने में चिकित्सक इतने मशगूल हैं, कि निर्धारित समय सुबह नौ बजे ड्यूटी में उपस्थित ही नहीं हो पाते। यहीं नही ज्यादातर चिकित्सक ड्यूटी के समय भी अपने कक्ष में नदारद रहते हैं। कई चिकित्सक तो ड्यूटी खत्म होने के समय दो बजे के पूर्व ही अपना कक्ष छोड़कर अपने गंतव्य की ओर रवाना हो जाते हैं।
बाहर से कर रहे आना-जाना
चिकित्सकों की मनमानी का खामियाजा मरीजों के साथ परिजनों को भुगतना पड़ रहा है। सहायकों और चपरासी से पूछने पर बताया जाता है कि डाक्टर्स दुर्ग-भिलाई या अन्य शहरों से आते हैं। इसलिए अस्पताल आने में देर हो जाती है। जबिक सभी सरकारी विभागों के कर्मचारियों को अपने मुख्यालय में रहने का आदेश है। जो चिकित्सक मुख्यालय में हैं वे निजी सेवाओं में मशगूल हैं, और जो मुख्यालय से बाहर दूसरे शहर से आना जाना करते हैं उनका ड्यूटी समय मे विलंब से पहुंचना स्वाभाविक है।